कुपोषित बच्चे
मंत्री शशिकला ने कहा कि गंभीर कुपोषण से पीडि़त बच्चे कोविड की में ना आए इस बारे में सतर्कता कार्रवाई करने के सभी जिला प्रशासनों को निर्देश दिए गए हैं। राज्य में 7751 बच्चे गंभीर कुपोषण तथा 4.47 लाख बच्चे कुपोषण की कगार पर हैं। सामान्य बच्चों के साथ इन बच्चों पर विशेष ध्यान देकर कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सतर्कता कार्रवाईयों को किया गया है। पौष्टिक आहार वितरण समेत कई सतर्कता कार्रवाईयों को करने के सभी जिला प्र्रासन तथा महिला एवं बाल विकास अधिकारियों के साथ चर्चा कर उचित निर्देश दिए गए हैं।अनाथ बच्चों की मदद
कोरोना संक्रमण से माता-पिता को खोने से अनाथ हुए तथा एकल अभिभावक (सिंगल पेरेंट) बच्चों को आर्थिक, शैक्षणिक मदद देने के बारे में मुख्यमंत्री के साथ चर्चा कर महिला एवं बाल विकास विभाग ने कार्रवाई की है। मुख्यमंत्री की बाल सेवा योजना तथा बाल कल्याण योजना के तहत हर माह बच्चों को साढ़े तीन हजार रुपए, नि:शुल्क शिक्षा, एसएसएलसी उतीर्ण छात्रों को लैपटॉप वितरण तथा 21 वर्ष आयु पार की युवतियों को आगामी भविष्य के लिए एक लाख रुपए मदद दी जाएगी। अनाथ बच्चों की परवरिश करने में अभिभावकों के अक्षम होने पर दानदाताओं की मदद से इनके लिए शिक्षा, प्रशिक्षण, रोजगार के अवसर उपलब्ध करने की कार्रवाई की जाएगी। कोरोना संक्रमण से तीन जने आंगनबाडी कार्यकर्ताओं की मृत्यु हुई है। हर एक के परिजनों को तीस-तीस लाख रुपए मुआवजा देने की प्रक्रिया चल रही है। पिछली बार कोविड का शिकार हुई सभी आंगनबाडी कार्यकर्ताओं के परिजनों को मुआवजा दिया गया है।