उत्तराधिकारी बनने नहीं आया
हमें उत्तराधिकारी के तौर पर चयन करने की प्रक्रिया के संबंध में 2014 में तैयार किए गए बांड पेपर पर 13 मठाधीशों समेत 52 गणमान्यों ने हस्ताक्षर किया है। उन्हें सारी बात पता होने से 23 फरवरी को आकर गुरुसिध्देश्वर की समाधि को छूकर शपथ लेकर सच कहना चाहिए। कुछ लोग हमें बदनाम कर रहे हैं। बिना तत्य के मामलों को दर्ज कर रहे हैं। सच्चाई क्या है लोगों को पता चलनी चाहिए। इसके लिए बैठक बुलाई है। मठ के उत्तराधिकारी बनने आया नहीं। इस मठ की रक्षा को आया हूं।
–दिंगालेश्वर स्वामी
कौन मना कर रहा है
दिंगालेश्वर स्वामी मूरुसाविरमठ आते हैं तो आएं, गुरुसिध्देश्वर के दर्शन करना चाहते हैं तो करें, कौन मना कर रहा है। खुद को उत्तराधिकारी कहने से क्या होता है, इसका कोई मतलब नहीं है। लोगों की राय प्राप्त कर उत्तराधिकारी नियुक्त करने को कहा गया था। बांड तैयार करने के दौरान क्या ऐसा ही लिखा गया है। मठ परिसर में बैठक के दौरान कानून का उल्लंघन करने पर पुलिस जरूरी कार्रवाई करेगी। कानून तथा मठ की परम्परा के अनुसार उत्तराधिकारी का चयन करने की बात गुरुसिध्दराजयोगींद्र स्वमी ने कही है। इसके चलते उच्च स्तरीय समिति की बैठक बुलाने की जरूरत नहीं है।
–मोहन लिंबिकाई, संचालक, मूरुसाविरमठ उच्च स्तरीय समिति
पुलिस ने लिया सुरक्षा का जायजा
पुलिस ने बुधवार को मूरुसाविरमठ उत्तराधिकारी नियुक्ति को लेकर उपजे विवाद के चलते सुरक्षा की दृष्टि से मठ का दौरा कर सतर्कता कार्रवाईयों के बारे में जायजा लिया। आईएसडी हुब्बल्ली-धारवाड़ निरीक्षक श्रीशैल ब्याकोड तथा खुफिया दस्ता हुब्बल्ली-धारवाड़ के निरीक्षक अमोल काले के नेतृत्व का दस्ता मठ का दौरा कर सुरक्षा का जायजा लिया। कमरिपेट थाना निरीक्षक बसवराज बुद्नी को सीसीटीवी कैमराओं की मरम्मत करने के निर्देश दिए।