घर को निखारता है प्राकृतिक सौंदर्य[typography_font:18pt;” >विजयपुरप्राकृतिक सौंदर्य, फल-फूल व आसपास हरियाली से ही घर सुंदर दिखता है, न कि सोने-चांदी से। ये विचार ज्ञान योगश्रम के सिद्धेश्वर स्वामी ने व्यक्त किए। स्वामी बागवानी विभाग तथा जिला पंचायत के संयुक्त तत्वावधान में शहर के बसववन प्रांगण में आयोजित फल-फूल प्रदर्शनी के उद्घाटन समारोह में बोल रहे थे। प्रदर्शनी २३ जनवरी तक चलेगी। उन्होंने कहा कि जहां हरियाली होगी, जहां साफ पानी बरसेगा, जहां लोगों की चेहरे पर हंसी होगी, वहीं ईश्वर का निवास होगा। रविंद्रनाथ टैगोर ने भी इसी बात पर जोर दिया है। किसान गर्मी, सर्दी व बारिश की परवाह किए बगैर धरती मां की निरंतर सेवा करता रहता है, परंतु इन दिनों किसान की हालत बेहद दयनीय बनी हुई है। अकालग्रस्त विजयपुर जिले की तस्वीर को बदलने की आवश्यकता है। विजयपुर के विधायक बसनगौड़ा पाटील यत्नाल ने भी प्रदर्शनी को सराहा। इस अवसर पर जिलाधिकारी वाई.एस. पाटील, बागवानी विभाग के सहायक निदेशक संतोष इनामदार, जिला कृषक समाज के अध्यक्ष बी.एल. पाटील आदि उपस्थित थे। पर्यटकों को लुभा रही प्रदर्शनीप्रदर्शनी में जहां अलग-अलग तरह के फूल अपनी सुगंध बिखेर रहे थे, वहीं विभिन्न प्रकार के फल क्षेत्र की प्राकृतिक संपन्नता की गाथा सुना रहे थे। प्रदर्शनी पर्यटकों को खासा लुभा रही है। प्रदर्शनी से आसपास के लोग बेहद खुश नजर आ रहे हैं। हुब्बल्ली के कलाकार इस्माइल तलवाई ने तरबूज में राष्ट्रीय नेताओं की आकृतियों को उकेरकर अपनी कला का नायाब नमूना पेश किया।गणपति प्रतिमा आकर्षण का केंद्रफलों से निर्मित दस फीट लंबी एवं आठ फीट चौड़ी गणेश की प्रतिमा लोगों के मुख्य आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। इसी प्रकार रागी, बाजरा सहित विभिन्न अनाजों से निर्मित स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा भी लोगों का ध्यान अपनी ओर खींच रही है।