मानसून सिजन के लिए जल आपूर्ति के नए नियम जारी-जिला प्रभारी मंत्री आर.बी. तिम्मापुर ने दी जानकारी[typography_font:14pt;” >विजयपुरजिला प्रभारी मंत्री आर.बी. तिम्मापुर ने कहा कि मानसून सिजन के लिए जल आपूर्ति के नए नियम जारी किए गए हैं। मानसून सिजन के लिए 14 दिन जल आपूर्ति करना तथा 10 दिन बंद करने की पद्घति के तहत जल आपूर्ति करने के लिए वर्ष 2023-24 के मानसून सिजन की सिंचाई सलाह समिति की बैठक में निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि विजयपुर के आलमट्टी जलाशय में वर्तमान में आंतरिक पानी का बहाव घटा है। आगामी दिनों में बारिश की मात्रा कम होकर आंतरिक जल बहाव घट कर संपूर्ण स्थगित होने की संभावना होने के कारण 23 अगस्त से 10 दिन बंद पद्घति अपनाई जाएगी। आगामी दिनों में जलाशय को आने वाले आंतरिक बहाव के आधार पर पुन: कार्रवाई करने का निर्णय लिया गया। अबतक नहर को लगातार 14.48 टीएमसी पानी बहाया गया है। मानसून सिजन के लिए जल आपूर्ति करने पर 14 दिन 10 दिन बंद पद्घति अपनाकर जल आपूर्ति की जाएगी। सिंचाई के लिए 70 दिन जल आपूर्ति करना तथा 37 दिन जल आपूर्ति बंद करने का निर्णय लिया गया। नहर में पानी छोडने के दिनउन्होंने कहा कि सिंचाई सलाह समिति की बैठक में लिए गए निर्णय अनुसार 8 से 22 अगस्त तक 14 दिन, 30 अगस्त से 12 सितम्बर तक 14 दिन, 23 सितम्बर से 6 अक्टूबर तक 14 दिन, 17 से 30 अक्टूबर तक 14 दिन तथा 10 से 23 नवम्बर तक 14 दिन समेत कुल 70 दिन तक जल आपूर्ति करने का निर्णय लिया गया। उसी प्रकार 23 से 29 अगस्त तक 7 दिन, 13 से 22 सितम्बर तक 10 दिन, 7 से 16 अक्टूबर तक 10 दिन तथा 31 अक्टूबर से 9 नवम्बर तक 10 दिन समेत 37 दिन बंद पद्घति अपनाने का निर्णय लिया गया। जिला प्रभारी मंत्री ने कहा कि आलमट्टी जलाशय में अंदरोनी जल बहाव 12 जुलाई को शुरू हुआ जो अब तक के जलाशय का जल स्तर 519.60 मीटर है। तटवर्ती इलाकों में मानसून सिजन की बारिश गत एक सप्ताह से कम हुई है। आलमट्टी तथा नारायणपुर जलाशय में वर्तमान वर्ष के मानसून सिजन के लिए आवश्यक 67 टीएमसी जल संग्रह है। तटीय क्षेत्रों में जुलाई माह में बारिश नहीं होने के कारण मानसून सिजन की बुवाई नहीं होपाई है। उन्होंने कहा कि कृष्णा उपरी छोर योजना के तहत कुल 6.67 लाख हेक्टेयर क्षेत्र सिंचाई के तहत लाने को अधिसूचित किया गया है। मानसून सिजन बारिश आधारित है। किसान अपने क्षेत्र में दो सिजन के फसलों को मात्र उगाना चाहिए। तटीय इलाकों में बारिश होने पर नहरों को पानी बहाना स्थगित किया जाएगा। आलमट्टी जलाशय का पूर्ण जल स्तर 519.60 मी. पहुंचने के बाद आंतरिक जल बहाव रहने तक मानसून सिजन के लिए नहरों को निरंतर जल आपूर्ति की जाएगी। उन्होंने कहा कि आंतरिक जल बहाव स्थगित होने पर इससे पहले अपनाकर सफल हुए 14 दिन शुरू तथा 10 दिन बंद जल आपूर्ति पद्घति अपनाई जाएगी। मानसून सिजन के लिए कुल क्षेत्र के 80 प्रतिशत क्षेत्र को यानी 5.34 लाख हेक्टेयर क्षेत्र को सिंचाई सुविधा उपलब्ध की जाएगी। तटीय क्षेत्र के किसान लघु सिंचाई फसलों को मात्र उगाने तथा पानी बेकार ना कर आवश्यकता अनुसार उपयोग करने के साथ कृष्णा भाग्य जल निगम से सहयोग करने का बैठक में निर्णय लिया गया। नवम्बर-2023 में दो जलाशयों के जल संग्रह को ध्यान में रखते हुए वर्ष 2023-23 के सिजन की सिंचाई सलाह समिति की बैठक नवम्बर-2023 के अंत में आयोजित करने का बैठक में निर्णय लिया गया। लघु उद्योग मंत्री शरणबसप्पा दर्शनापुर, विधायक एच.वाई. मेटी, सी.एस. नाडगौडा अप्पाजी, जे.टी. पाटील, पी.एच. पूजार, अशोक मनगूळी, विठ्ठल कटकदोंड, राजावेंकटप्पा नायक, करेम्मा नायक, बसनगौडा दद्दल, कृष्ण भाग्य जल निगम प्रबंध निदेशक बी.एस. शिवकुमार, विजयपुर जिलाधिकारी टी. भूबालन, बागलकोट जिलाधिकारी जानकी के.एम., आलमट्टी जलाशय क्षेत्रीय मुख्य अभियंता एच.एन. श्रीनिवास, अधीक्षक अभियंता बसवराज, भीमरायनगुडी मुख्य अभियंता प्रेम सिंह आदि उपस्थित थे।………………………………………………….