एनजीईएफ संस्था का करेंगे पुनरुत्थान[typography_font:14pt;” >धारवाड़-हुब्बल्लीजिला प्रभारी मंत्री जगदीश शेट्टर ने कहा है कि एनजीईएफ औद्योगिक संस्था के पुनरुत्थान के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे। वे धारवाड़ में सोमवार को एनजीईएफ औद्योगिक संस्था के विकास से संबंधित प्रगति समीक्षा सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि एनजीईएफ औद्योगिक संस्था के पुनरुत्थान के लिए 30 करोड़ रुपए अनुदान की आवश्यकता है। इस बारे में मुख्यमंत्री से चर्चा कर शीघ्र राशि मंजूर करवाने के लिए कार्रवाई की जाएगी। एनजीईएफ की स्थापना मूल रूप से बेंगलूरु में हुई थी। केन्द्र सरकार इस उद्योग को बंद करने का निर्णय करने से वर्ष 198 4 में हुब्बल्ली के रायापुर में पुन: स्थापित करने का फैसला किया गया। बेंगलूरु स्थित एनजीईएफ औद्योगिक संस्था की मशीनें यहां लाकर स्थापित की गई। शुरुआत में अतिरिक्त प्रगति नहीं होने वाली यह संस्था स्थानीयों को रोजगार तथा उद्योगों के विकास के लिए महत्वपूर्ण योगदान दे रही है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2017-18 में संस्था ने 31.20 करोड़ रुपए का कारोबार किया है। इसमें 38 .96 लाख रुपए मुनाफा कमाया है। वर्ष 2018 -19 में 132.36 करोड़ रुपए कारोबार किया जिसमें 178 .38 लाख रुपए निर्वाह लाभ एवं 52.8 4 लाख रुपए कुल लाभ कमाया है। शेट्टर ने कहा कि एनजीईएफ औद्योगिक संस्था ने हेस्काम से समझौता कर ट्रांसफार्मरों की मरम्मत तथा उत्पादन कार्य का निर्वाह कर रहा है। एनजीईएफ औद्योगिक संस्था में मौजूदा मशीनें पुरानी हो गई हैं। इसके चलते उत्पादन घट गया है। इसके बावजूद संस्था उपलब्ध तकनीक का इस्तेमाल कर अत्युत्तम गुणवत्तायुक्त मोटर एवं ट्रांसफार्मरों की आपूर्ति कर रही है। एनजीईएफ औद्योगिक संस्था के महाप्रबंधक किरण अडवी ने कहा कि एनजीईएफ औद्योगिक संस्था की ओर से उत्तम गुणवत्तायुक्त उत्पादों से राष्ट्र स्तर में अपनी पहचान बनाई है। हेस्काम, कैगा परमाणु संयंत्र, सेना, एचएमटी एवं इसरो जैसी प्रतिष्ठित अनुसंधान संस्थाओं को मोटर, स्विचगेर एवं ट्रांसफार्मरों की आपूर्ति करने के लिए समझौता कर रही है। बेलगावी तथा तरिकेरी में एनजीईएफ औद्योगिक संस्था की शाखाएं शुरू की गई हैं। शीघ्र ही कोप्पल में एक और शाखा शुरू की जा रही है। उन्होंने कहा कि संस्था में 250 से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं। मुनाफा कमाने वाला उद्योग के रूप में एनजीईएफ संस्था विकसित हो रही है। सकाल में सरकार आवश्यक आर्थिक मदद देगी तो और सक्षम होकर कार्य करेंगे। अतिरिक्त रोजगार, लाभांश एवं उद्योगों को पूरक उत्पादों की आपूर्ति की जाएगी। सभा में संस्था के उप महासचिव शिवकुमार सी.आर., प्रबंधक एच.एम. बैहट्टी, विविध विभागों के प्रमुख, तकनीकी अधिकारी उपस्थित थे।