पापू गांधी-गांधी बापू : आत्मकथा नाटक का मंचन[typography_font:18pt;” >इलकल (बागलकोट)नाटककार बोलुवारू मोहम्मद कुंई की ओर से लिखित और श्रीपाद भट्ट की ओर से निर्देशित पापू गांधी-गांधी बापू नामक महात्मा गांधी की आत्मकथा पर आधारित नाटक का शहर के मंचन अनुभव मंटप में किया गया। कार्यक्रम का आयोजन कन्नड़ एवं संस्कृति विभाग, रंगायण धारवाड़, विजय कला नाट्य संघ, विजय महांतेश लोक कला एवं स्नेहरंग के संयुक्त तत्त्वावधान में किया गया। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जीवन प्रसंगों पर आधारित इस नाटक में कलाकारों ने अपने बेहतरीन अभिनय से दर्शकों को गांधी के दर्शन करवाए। इस नाटक का मकसद स्कूली विद्यार्थियों को महात्मा गांधी के जीवन से अवगत करवाना था, परन्तु इस दौरान छात्र-छात्राओं की उपस्थिति अपेक्षाकृत काफी कम रही। नाटक मंचन के दौरान जितने भी बच्चे यहां मौजूद थे उन्होंने बड़ी उत्सुकता से बापू के जीवन को समझने का भरपूर प्रयास किया। नाटक के मंचन से पूर्व तालुक कन्नड़ साहित्य परिषद के अध्यक्ष एवं शिक्षक संगण्णा गद्दी ने बच्चों से महात्मा गांधी से संबंधित प्रश्न पूछे, जिनका जबाब बच्चों ने सहजता पूर्वक दिया। स्नेहरंग के अध्यक्ष बसवराज मठद ने स्वागत किया। चितरगी संस्थानमठ प्रमुख गुरुमहांतस्वामी ने पौधे को जल सींचकर कार्यक्रम का उद्घाटन किया।