जेब काट रही फास्टैग व्यवस्था[typography_font:14pt;” >हुब्बल्लीराष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहनों के सुगम परिवहन के लिए मददगार बनने के बजाय फास्टैग व्यवस्था वाहन चालकों की जेब काटने लगी है। राष्ट्रीय राजमार्ग के टोलगेट पर कुछ वाहनचालकों से निर्धारित शुल्क से अधिक रकम फास्टेग के माध्यम से कटने की शिकायतें मिली हैं।राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहनों के सुगम परिवहन के लिए मददगार बनने के बजाए फास्टैग व्यवस्था वाहन चालकों व मालिकों की जेब पर भारी पडऩे का मामला सामने आया है।शिकायत है कि किम्स के प्राध्यापक डॉ. विजय कामत 9 जनवरी को अपने परिवार के साथ हुब्बल्ली से शिरडी कार में जा रहे थे, उनका फास्टैग व्यवस्था के जरिए निर्धारित शुल्क से अधिक रकम राष्ट्रीय राजमार्ग टोल गेट में काटा है। 9 जनवरी शाम 7.02 बजे हिरेबागेवाडी टोल गेट पर इनके फास्टैग से 48 5 रुपए कटे हैं परन्तु कार के लिए यहां 90 रुपए शुल्क मात्र कटना था। बेलगावी के बाद आने वाले किणी टोलगेट पर 26 5 रुपए शुल्क कटा, जहां निर्धारित शुल्क केवल 6 5 रुपए कटना था। अपनी कार के फास्टैग से निर्धारित से अधिक शुल्क काटने के बारे में डॉ. विजय कामत को पता ही नहीं चला। कार के एक और टोलगेट पार करते समय फास्टैग खाते में स्थित राशि खाली हो गई थी। हुब्बल्ली से रवाना होते समय डॉ. विजय कामत ने सिंडिकेट बैंक से 1,455 रुपए राशि का फैस्टैग प्राप्त किया था। इसमें एक हजार रुपए बैलेंस बचा था। हुब्बल्ली से शिरडी जाकर आने तक यह राशि पर्याप्त होगी समझा था परन्तु तय राशि से अधिक राशि टोलगेट में कटना परेशान कर दिया। शिरडी से वापस लैटते समय डॉ. विजय ने हर टोलगेट पर खड़े होकर अपने फास्टैग खाते से काटी की राशि के बारे में जानकारी मांगी। इसके लिए उन्हें हर गेट पर घंटों इंतजार करना पड़ा। इस दौरान हिरेबागेवाडी टोलगेट पर उनकी कार के दस्तावेज में ट्रक दर्ज होकर टोलगेट खाते में 90 रुपए कटे हैं और फास्टैग में 48 5 रुपए कटने के दस्तावेज मिले। इस बारे में डॉ. कामत ने बैंकवालों से संपर्क करने पर टोलगेट वालों से संपर्क करने के निर्देश दिए। टोलगेट वालों ने फास्टैग टोल फ्री संख्या 1033 को कॉल कर शिकायत दर्ज करने की सलाह दी। डॉ. कामत ने बताया कि टोलफ्री संख्या को कई बार काल करने पर भी प्रतिक्रिया नहीं आई। इसके अलावा टोलगेट पर राशि कटने के तुरन्त फास्टैग से मोबाइल फोन को संदेश नहीं आ रहा है। इस लिए अतिरिक्त राशि कटने के बारे में तुरन्त पता नहीं चल रहा है। वाहन चालकों व मालिकों का कहना है कि इस प्रकार का मामला हिरेबागेवाडी के टोलगेट पर पहला कहा जा रहा है, किणी टोलगेट पर पहले भी इसी प्रकार का मामला होने की बात सामने आई है। फास्टैग के ऐसी खामियों से वाहन चालकों व मालिकों को आर्थिक नुकसान तथा समस्या हो रही है। संबंधित कम्पनी को इस प्रकार की समस्याओं को समाधान करना चाहिए परन्तु प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की है।