सांस्कृतिक प्रतिभा दर्शाने के लिए प्रतिभा कारंजी उत्तम मंच[typography_font:14pt;” >धारवाड़-हुब्बल्लीक्षेत्र शिक्षा अधिकारी ए.ए. काजी ने कहा है कि बच्चों में छिपी सांस्कृतिक प्रतिभा दर्शाने के लिए प्रतिभा कारंजी उत्तम मंच है। वे धारवाड़ में आरएलएस स्कूल में आयोजित शहर स्तरीय प्रतिभा कारंजी एवं कला उत्सव कार्यक्रम का उद्घाटन कर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी पढ़ाई में इतने मगन हो जाते हैं कि खेल तथा सांस्कृतिक गतिविधियों में रुचि कम दिखाते हैं। आरएलएस संस्था के अध्यक्ष एफ.टी. भाविकट्टी ने कहा कि विद्यार्थियों की उपलब्धी के लिए मानसिक एवं शारीरिक रूप से सदृढ़ होने एसे कार्यक्रम सहायक होते हैं। इस दिशा में शिक्षा विभाग की ओर से आयोजित किए जाने वाले प्रतिभा कारंजी कार्यक्रम बच्चों के लिए उत्तम मंच होगा। प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने के लिए अच्छा अवसर है। उन्होंने कहा कि बच्चों की प्रतिभा को प्रोत्साहन आवश्यक है। एसे मंच से उन्हें मौका देकर सहयोग देना चाहिए। विविध कौशल एवं प्रतिभाओं की पहचान कर शिक्षा विभाग बच्चों को बढ़ावा देने का महत्वपूर्ण कार्य कर रहा है। स्कूल के सभी बच्चों को भाग लेने की दिशा में शिक्षकों को रुची दिखानी चाहिए। इससे मात्र विद्यार्थियों में सांस्कृतिक जागरूकता पैदा की जा सकती है। क्षेत्र शिक्षा अधिकारी कार्यालय एवं क्षेत्र संसाधन केन्द्र के मंजप्पा अडवेर बीआरसी, सभी शैक्षणिक पर्यवेक्षक, के.एफ. जाउर ईसीओ, वी.पी. हिरेमठ, आरएलएस माध्यमिक स्कूल, कर्नाटक राज्य प्राथमिक शाला शिक्षक संघ धारवाड़ शहर अध्यक्ष आर.बी. लिंगदाळ, आर.एस. मुल्लूर, एस.बी. केसरी, राजेंद्र रायकर, राज्य प्राथमिक शाला शिक्षक संघ के आर.एस. हिरेगौडर, धारवाड़ शहर के विविध शाला प्रधान अध्यापक, सह शिक्षक आदि उपस्थित थे।