क्षेत्र के विकास को ध्यान में रख कर ऋण योजना तैयार करें
हुबलीPublished: Feb 28, 2023 07:12:50 pm
क्षेत्र के विकास को ध्यान में रख कर ऋण योजना तैयार करें


क्षेत्र के विकास को ध्यान में रख कर ऋण योजना तैयार करें
क्षेत्र के विकास को ध्यान में रख कर ऋण योजना तैयार करें
-नबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक टी. रमेश ने दी सलाह
हुब्बल्ली-धारवाड़
नबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक टी. रमेश ने कहा है कि बैंकों को अपनी ऋण योजनाएं तैयार करने के दौरान उस क्षेत्र के विकास को प्राथमिकता देनी चाहिए।
वे धारवाड़ में कर्नाटक विकास ग्रामीण बैंक (केवीजीबी) की प्रगति समीक्षा से संबंधित बैंक का दौरा कर वहां के बैंक अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि प्रादेशिक विकास को ध्यान में रखते हुए नबार्ड ने कई उपक्रम अपाने हैं। ग्रामीण वित्तीय संस्थाओं (आरएफआई) को सशक्त बनाने का कार्य भी इसमें एक है। प्राथमिकता वाले क्षेत्र को अतिरिक्त महत्व देना चाहिए। ऋण योजनाओं के सफल क्रियान्वयन के लिए बैंक अधिकारियों को अपने प्रयास जारी रखने चाहिए। जलानयन विकास, आदिवासी विकास, किसान उत्पादक संस्थाओं को प्रोत्साहन, स्वयं सेवी संघ-जेएलजी के जरिए ऋण संपर्क को बढावा देने के लिए नबार्ड ने कार्रवाई की है। इसके जरिए राज्य के बैंकों को अतिरिक्त ऋण वितरण के लिए नया मार्ग निकाला है। नबार्ड ने प्रादेशिक ग्रामीण बैंकों (आरआरबी) की प्रगति को बारिकी से देख रहा है। उनका मार्गदर्शन तथा समर्थन कर रहा है। कर्नाटक विकास ग्रामीण बैंक के प्रयास सराहनीय हैं। हालही के वर्षों में बैंक ने विविध कारोबार में प्रभावशाली प्रगति हासिल की है। सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के क्रियान्वयन में उसका कार्य सराहनीय है।
कर्नाटक विकास ग्रामीण बैंक के अध्यक्ष पी. गोपी कृष्ण ने कहा कि तेजी से बदलते हालात में बैंक सफलतापूर्वक आगे बढ रहा है। बैंक ने 32 हजार करोड़ का कारोबार पार किया है। वर्तमान वित्तीय वर्ष में अधिकतर सभी निर्धारित लक्ष्यों को हासिल करने का विश्वास है। अटल पेंशन योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना जैसे सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के क्रियान्वयन में केवीजी बैंक ने राष्ट्र का ध्यान आकर्षित किया है।
इस अवसर पर नबार्ड जिला विकास प्रबंधक मयूर कांबळे, लीना शंकर, बैंक के महा प्रबंधक चन्द्रशेखर डी. मोरो, बीसी रविचन्द्र, श्रीनिवास राव सतीश आर., एम. पुनीत, वरिष्ठ जन संपर्क अधिकारी उल्लास गुनगा आदि उपस्थित थे।
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