उफनती नहरों ने किया नुकसान
धारवाड़ जिले के अलनावर तालुक के डूबने के भय के साथ खतरे की घंटी बजाने वाला हुलिकेरी तालाब का बाहरी बहाव अब थमा है। वहीं बेण्णेहल्ली व तुपरिहल्ला नहरों में उफान थमा है। इसके चलते पेश आया खतरा थमने से जिले की जनता ने राहत की सांस ली है। अलनावव से धारवाड़ मगदुम कल्याण मंडप स्थित राहत केंद्र में आए लोग अब वापस लौट गए हैं। हुलिकेरे तालाब के रौद्र रूप ले लेने से किसी भी समय तालाब की चादर चलने का भय छाया हुआ था। बाढ़ के हालात सामान्य होते ही लोग अपनी दैनिक गतिविधियों में जुट गए हैं। अभी भी कृषि गतिविधियों के लिए माहौल नहीं बन पाया है। इसके चलते किसान अभी भी सूर्य के किरणों के आगमन की प्रतीक्षा में बैठे हैं।पुल बहने से आवागमन में समस्या
धारवाड़ तालुक के मुदिकोप्पा के पास लघु सिंचाई तालाब खतरे के स्तर से ऊपर बहने से तेगूरु-मंड्याल जिला मुख्य सड़क बहने से संपर्क कटा है। इसी प्रकार अलनावर तालुक के काशिनट्टी गांव के पास अलनावर-बेटगेरी राज्य राजमार्ग 140 पर स्थित पुल बहने से समस्या पेश आई है। कंबारगणवी गांव जलमग्न होने से जिला प्रशासन ने वहां के लोगों के लिए आहार सामग्री वितरित कर जरूरी चिकित्सकों को भेजा है। इसी बीच पुल गिरने से सड़क संपर्क को ही बाधित करने वाला धारवाड़-बेलहोंगल संपर्क सड़क का यादवाड पुल, सवदत्ती-धारवाड़ को जोडऩे वाला हारोबेलवडी पुल का मरम्मत का कार्य भी त्वरित तौर पर आरम्भ हुआ है।कल से खुलेंगे स्कूल-कॉलेज
जिलाधिकारी दीपा चोळन ने कहा कि जिले में अतिवृष्टि के कारण बच्चों की सुरक्षा के लिहाज से 10 अगस्त से जिले के सभी स्कूल-कॉलेजों, विश्वविद्यालय तथा आंगनबाडी केंद्रों में अवकाश घोषित किया गया था। 11 अगस्त को रविवार तथा 12 अगस्त को बकरीद त्योहार होने से अवकाश है। बारिश कम होने से अब 13 अगस्त से स्कूल-कालेज दुबारा खुलेंगे।