जरूरतमंदों की सेवा ही जीवन का उद्देश्य[typography_font:18pt;” >इलकल (बागलकोट)इलकल कस्बे के किला ओणी निवासी चरलिंगप्पा अक्की उर्फ मुत्तण्णा पिछले दो साल से क्षेत्र में ऐसे लोगों की मदद कर रहे हैं, जिन्हें जरूरत पडऩे पर तत्काल खून उपलब्ध नहीं हो सकता है। इस वजह से कई बार ऐसे लोगों की मौत तक हो जाती है। अक्की ने जरूरतमंदों की सेवा को ही जीवन का उद्देश्य बना लिया है। उन्होंने बड़ी संख्या में रक्तदाताओं का नाम व उनके ब्लड ग्रुप आदि की पूरी जानकारी इकट्ठा कर रखी है। अब कस्बे व आसपास कहीं भी किसी व्यक्ति को खून की जरूरत पड़ती है तो वे तुरंत अक्की से संपर्क करते हैं और उनका काम बड़ी आसानी से हो जाता है। वे जरूरतमंद से सिर्फ उसका नाम-पता, ब्लड ग्रुप व किस जगह रक्तदान के लिए पहुंचना है इसकी जानकारी लेते हैं और कुछ ही मिनटों में वहां उस ब्लड ग्रुप का रक्तदानकर्ता पहुंच जाता है। उनकी यह सेवा चौबीसों घंटे उपलब्ध रहती है।इस संबंध में अक्की का कहना है कि रक्तदान सभी दानों में सर्वश्रेष्ठ है। हालांकि दान चाहे कोई भी हो श्रेष्ठ ही होता है, लेकिन रक्तदान इसलिए अधिक श्रेष्ठ है क्योंकि इससे सीधे तौर पर किसी का जीवन-मरण का प्रश्न जुड़ा होता है। उनका कहना है कि उन्हें लोगों की सेवा करने में ही आनंद मिलता है। वे किसी भी लालच या स्वार्थ में ना आकर लोगों की नि:शुल्क मदद कर रहे हैं। अक्की का सामाजिक सरोकारों में बढ़-चढक़र भाग लेना उन्हें दूसरों से अलग करता है। कस्बे व आसपास कहीं भी किसी व्यक्ति को कोई दिक्कत हो रही हो तो वह सबसे पहले उन्हें ही फोन करता है। घर में चाहे कोई बीमार हो या किसी की मौत हो जाए अक्की वहां सबसे पहले मौजूद रहते हैं। विशेष रूप से रक्तदान के मामले में अक्की क्षेत्र व आसपास काफी जनप्रिय हैं।