बाहरी हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं
उन्होंने किसी देश या मुद्दे का उल्लेख किये बिना कहा, ‘दिक्कतें उत्पन्न करने वाले हमारे कुछ पड़ोसी हमें सलाह देने का प्रयास कर रहे हैं। उन्हें हमारे आंतरिक मामलों में नहीं पडऩा चाहिए।Ó उन्होंने कहा, ‘यदि आपको प्रगति चाहिए तो आपको शांति चाहिए। भारत के आंतरिक मामलों में हम बाहरी हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं कर सकते। हम अपनी देखभाल खुद कर सकते हैं।Ó उन्होंने युवाओं से अपील की कि अपनी राय बनाने से पहले उन्हें अनुच्छेद 370 (जम्मू कश्मीर में समाप्त करने), नागरिकता संशोधन कानून (सीएए), तीन तलाक पर रोक सहित सभी मुद्दों का अकादमिक अध्ययन करना चाहिए।केवल समाचार पत्रों के भरोसे ना रहें
उन्होंने कहा, ‘केवल समाचार पत्रों और शीर्षकों पर भरोसा नहीं करना चाहिए। सोशल मीडिया का भी लाभ उठायें।Ó नायडु ने कहा कि जलवायु परिवर्तन और वैश्विक तापमान बढऩा दुनिया के समक्ष आज दो सबसे बड़ी चुनौतियां हैं और सभी देशों को पर्यावरण संरक्षण और कार्बन उत्सर्जन कम करने के प्रति अपने प्रयास तेज करने चाहिए। इस मौके पर राज्यपाल एवं गोवा विश्वविद्यालय के कुलाधिपति सत्यपाल मलिक और राज्य के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत भी मौजूद थे।