मां के नौ अवतार की पूजा
मंदिर के पुजारी रेखा पुजारी एवं प्रीतम पुजारी ने बताया कि उनके परिवार के सदस्य ही लम्बे समय से मंदिर में पूजा-पाठ का कार्य करते आ रहे हैं। वे बताते हैं कि शारदीय नवरात्रि का पर्व यहां विशेष रहता है। इन दिनों में मां के नौ अवतार की पूजा की जाती है। विजयादशमी को इसका समापन होता है। उस दौरान मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ रहती है। इस दौरान भंडारे का आयोजन भी किया जाता है।
मंदिर के पुजारी रेखा पुजारी एवं प्रीतम पुजारी ने बताया कि उनके परिवार के सदस्य ही लम्बे समय से मंदिर में पूजा-पाठ का कार्य करते आ रहे हैं। वे बताते हैं कि शारदीय नवरात्रि का पर्व यहां विशेष रहता है। इन दिनों में मां के नौ अवतार की पूजा की जाती है। विजयादशमी को इसका समापन होता है। उस दौरान मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ रहती है। इस दौरान भंडारे का आयोजन भी किया जाता है।
मन्नत होती है पूरी
मंदिर में श्रीदुर्गादेवी समेत दो देवियों की प्रतिमाएं हैं। मंदिर में पूजा एक ही परिवार के सदस्यों की ओर से की जा रही है। ये संयुक्त परिवार है। मां के प्रति भक्तों की आस्था का ही परिणाम है कि यहां भक्तगण कई तरह की मन्नत मांगने के लिए आते हैं। उनकी मन्नत पूरी भी होती है। इनमें विवाह के लिए, बच्चों के लिए मन्नत मांगी जाती है। व्यापार व स्वास्थ्य को लेकर भी मन्नत मांगते हैं। यहां भक्तगण अभिषेक भी करवाते हैं। दूध-दही, फल के साथ अभिषेक किया जाता है। मंगलवार, शुक्रवार, अमावस्या, पूर्णिमा एवं अन्य विशेष अवसरों पर भक्तों की भारी भीड़ रहती है।
मंदिर में श्रीदुर्गादेवी समेत दो देवियों की प्रतिमाएं हैं। मंदिर में पूजा एक ही परिवार के सदस्यों की ओर से की जा रही है। ये संयुक्त परिवार है। मां के प्रति भक्तों की आस्था का ही परिणाम है कि यहां भक्तगण कई तरह की मन्नत मांगने के लिए आते हैं। उनकी मन्नत पूरी भी होती है। इनमें विवाह के लिए, बच्चों के लिए मन्नत मांगी जाती है। व्यापार व स्वास्थ्य को लेकर भी मन्नत मांगते हैं। यहां भक्तगण अभिषेक भी करवाते हैं। दूध-दही, फल के साथ अभिषेक किया जाता है। मंगलवार, शुक्रवार, अमावस्या, पूर्णिमा एवं अन्य विशेष अवसरों पर भक्तों की भारी भीड़ रहती है।