जरूरी दवाई उपलब्ध
ऐसे मामलों से निपटने के लिए हमारे पास विशेषज्ञों की टीम है। दूसरे किसी भी अस्पताल तथा संस्था में इतने पैमाने पर शल्य चिकित्सा नहीं की है। आरंभ में अस्पताल एम्फोटेरिसिन-बी दवाई की कमी का सामना किया था। बाद में सरकार संक्रमण का इलाज कर पाने वाली अन्य दवाइयों के इस्तेमाल का मौका दिया था। अब अस्पताल में जरूरी दवाई उपलब्ध है।
–डॉ. रामलिंगप्पा अंटरतानी, निदेशक, किम्स, हुब्बल्ली
18 जने स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए हैं
अस्पताल में भर्ती अधिकतर संक्रमितों को शल्य चिकित्सा करने की जरूरत थी। संक्रमण की चपेट में आए भाग को शल्य चिकित्सा के जरिया हटाया गया। दैनिक दवाइयों के साथ शल्य चिकित्सा की है, जिससे संक्रमितों के तेजी से स्वस्थ होने में मदद मिली। अस्पताल में कुल 18 जने स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए हैं, और कुछ लोग पिछले चार सप्ताह से इलाज प्राप्त कर रहे हैं।
–डॉ. रविंद्र गदग, ईएनटी विभाग प्रमुख, किम्स, हुब्बल्ली