15 दिनों से काम नहीं
नावलगुंद, अन्नीगेरी, कुन्दगोल में खेतों में पानी जमा हुआ है, जिससे कपास, ज्वार, मूंगफली, तथा लालमिर्च की फसलपीली पडऩे लगी है। कृषि मजदूरों को भी 15 दिनों से काम नहीं मिल पाया है।किसानों को सता रहा भय
कलघटगी तालुक में बारिश से मक्का तथा सोयाबीन की फसल कटाई में बाधा पहुंचाने से खेतों में ही अंकुर फूट रहे हैं। अलनवर में तेज हवा, बारिश से धान की फसल खराब हुई है। धान के बीज बनने के इस समय में भारी बारिश से पैदावार घटने का भय किसानों को सता रहा है।मंडी नहीं ले जाने की स्थिति
बुआई के समय में भी बारिश हुई और अब फसल हाथ आने पर भी बारिश हो रही है। अनाज सुखा कर मंडी नहीं ले जाने की स्थिति बनी हुई है।
– संगमेश अन्नीगेरी, किसान, नावलगूंद
किसानों को सलाह
रबी की बुआई के लिए और एक माह का मौका है। बारिश होने से बुआई पिछड़ी है। किसानों को भयभीत होने की जरूरत नहीं है। 15 से 20 दिन बारिश के पूरी तरह रुकने पर मात्र रबी की बुआई को सुविधा होगी। किसान संपर्क केंद्रों में जिले को रबी की खेती के लिए जरूरी बुआई के बीज, रासायनिक खाद का पर्याप्त भंडारण है। खाद व बीज की कोई कमी नहीं है। चना, सफेद ज्वार, मूंगफली, लोबा, सूरजमुखी समेत रबी के सीजन में 1.90 लाख हेक्टेयर बुआई का लक्ष्य रखा गया है।
–एस.एस आबिद, संयुक्त निदेशक, कृषि विभाग