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कन्नड़ गीतों पर झूमे हजारों विद्यार्थी

locationहुबलीPublished: Oct 28, 2021 10:34:06 pm

Submitted by:

S F Munshi

कन्नड़ गीतों पर झूमे हजारों विद्यार्थी

कन्नड़ गीतों पर झूमे हजारों विद्यार्थी

कन्नड़ गीतों पर झूमे हजारों विद्यार्थी

कन्नड़ गीतों पर झूमे हजारों विद्यार्थी
-कर्नाटक राज्योत्सव की पूर्व तैयारी जोरों पर
-जिले में बना त्योहार का माहौल
धारवाड़
कन्नड़ एवं संस्कृति विभाग तथा जिला प्रशासन की ओर से प्रतिष्ठित कर्नाटक कॉलेज के परिसर में गुरुवार को आयोजित माताड माताड कन्नड़, कन्नड़क्कागी नावु आदि कर्नाटक राज्योत्सव अभियान में एक साथ कन्नड़ की श्रेष्ठता को दर्शाने वाले गीतों को आकर्षक तौर पर प्रस्तुत किया गया।
प्रांत और भाषा के अभिमान को जगाने वाले गीतों पर विद्यार्थी समुह झूम उठा। विधान परिषद सभापति बसवराज होरट्टी ने कन्नड़ भाषा की रक्षा की शपथ दिलाई।
ऐतिहासिक कर्नाटक कला कालेज के सामने के परिसर में एकत्रित हजारों विद्यार्थियों ने काफी उत्साह के साथ कन्नड़ प्रांत के पर्व में भाग लिया। राष्ट्र कवि कुवेंपु द्वारा रचित जयभारत जननीय तनुजाते… बारिसु कन्नड़ डिमडिमवा… डॉ. के.एस. निसार अहमद की रचना जोगद सिरी बेळकिनल्ली… तथा हंसलेखा की रचना हुट्टिदरे कन्नड़ नाडिनल्ली हुट्टबेकु… गीतों की प्रस्तुती की गई जो मुख्य आकर्षण का केन्द्र बना। कर्नाटक कॉलेज के संगीत विभाग के विद्यार्थियों ने इन प्रांतीय गीतों को प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के संयोजक प्रकाश मल्लिगवाड ने हुट्टिदरे कन्नड़ नाडिनल्ली हुट्टबेकु गीत पर थिरकते हुए उत्साह दिखाया जिस पर विद्यार्थियों ने भी साथ दिया।
होरट्टी ने कहा कि देश के सभी राज्यों में वहां की स्थानीय भाषा को प्रथम प्राथमिकता दी जाती है। बड़े दिलवाले हम कन्नडिग़ा पड़ोसी तमील, तेलगु, मलयाली, मराठी, हिन्दी आदि भाषियों के संग भी भाइचारे के साथ जीवन व्यतीत कर रहे हैं। इन सबको प्रेम से कन्नड़ सिखाना चाहिए। विद्यार्थियों ने जो आज संकल्प लिया है उसे अपने जीवन में अपनाना चाहिए, और अमल भी करना चाहिए। देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी रहने वाले कन्नडिग़ाओं को हमारे प्रांत और भाषा के प्रति गर्व है। हम सभी को एकजुट होकर कन्नड़ की सेवा करनी चाहिए।
वरिष्ठ साहित्यकार मालती पट्टणशेट्टी, अपर जिलाधिकारी शिवानंद कराळे, उप विभागीय अधिकारी डॉ. गोपालकृष्ण, जिला पंचायत उप सचिव रेखा डोल्लिनवर, कर्नाटक कला कॉलेज की प्राचार्य डॉ. डी.बी. करडोणी, कर्नाटक विज्ञान कॉलेज के प्राचार्य डॉ. ए.एस. बेल्लद, कन्नड़ एवं संस्कृति विभाग की सहायक निदेशक मंजुला यलिगार, जिला सूचना विभाग अधिकारी मंजुनाथ डोल्लिन, जिला कन्नड़ जागृति समिति के सदस्य के.एच. नायक, जिला सरकारी कर्मचारी संघ के अध्यक्ष एस.एफ. सिद्दनगौडर, कलाकार यक्केरप्पा नडुविनमनी, मल्लप्पा होंगल, विविध कॉलेजों के प्राध्यापक, विद्यार्थी, संघ-संस्थाओं के सैकड़ों पदाधिकारियों ने कार्यक्रम में भाग लिया था।
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