बाघ के पंजे के निशान मिले, ग्रामीणों में डर का माहौल
बाघ के पंजे के निशान मिले, ग्रामीणों में डर का माहौल

बाघ के पंजे के निशान मिले, ग्रामीणों में डर का माहौल
सिरसी -कारवार
मुंडगोड तालुक के पाला ग्राम पंचायत के अंतर्गत पाला रामापुर मार्ग के वन क्षेत्र के तालाब के निकट बाघ के पंजे के निशान मिले हैं जिसकी वजह से ग्रामीणों में डर का माहौल है।
पाला मोड़ से 5 कि.मी. की दूरी पर स्थित रामापुर मार्ग घने जंगलों से घिरा है। इसी मार्ग पर प्रतिदिन ग्रामीणों, वाहनों की आवाजाही होती रहती है। सडक़ के बगल में आधे कि.मी. की दूरी पर स्थित वन में एक तालाब है। पानी पीने आए बाघ के पंजे के निशान तालाब के किनारे मिले हैं। इसकी वजह से ग्रामीणों में डर का माहौल है।
ग्रामीण निवासी वन विभाग के अधिकारियों से ठोस कदम उठाने की मांग कर रहे हैं।
कातूर वन विभाग के प्रोबेशनरी ए.सी.एफ. सागर तावडे ने कहा कि किसीने प्रत्यक्ष रूप से यह नहीं देखा कि कौनसा जानवर है? ये पंजे के निशान बाघ या तेंदुए के हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि जहां जंगली जानवर के पांव के निशान मिले हैं वहां कैमरे के ट्रैंप लगाए जाएंगे। इससे यह जानने में आसानी होगी पानी पीने कौनसा जंगली जानवर आया था।
वीडियो यहां का नहीं बल्कि उत्तरप्रदेश का है सोमवार को सोशल नेटवर्क पर एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें बाघ को अपने तीन बच्चों के साथ वाहन की रोशनी में देखा गया है। कईयों ने अपने पोस्ट
के जरिए यह जानकारी दी थी कि यह स्थल रामापुर मार्ग के निकट स्थित वन है।
क्षेत्रीय वन अधिकारी अजय नायक ने जानकारी दी कि वायरल वीडियो उत्तर प्रदेश राज्य के दुधवा बाघ संरक्षित क्षेत्र है। उन्होंने बताया कि वीडियो के बारे में प्रशंसा करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने भी 11 नवम्बर को ट्वीट की है।
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