कोविड ओमिक्रॉन के भय से सीमावर्ती जिलों में कड़े बंदोबस्त
हुबलीPublished: Dec 02, 2021 10:46:29 pm
कोविड ओमिक्रॉन के भय से सीमावर्ती जिलों में कड़े बंदोबस्त


कोविड ओमिक्रॉन के भय से सीमावर्ती जिलों में कड़े बंदोबस्त
कोविड ओमिक्रॉन के भय से सीमावर्ती जिलों में कड़े बंदोबस्त
सिरसी-कारवार
जिलाधिकारी मुल्लै मुगिलन ने कहा है कि कोविड ओमिक्रॉन वायरस के भय से राज्य के सीमावर्ती जिले उत्तर कन्नड़ में कड़े नियम लागू किए गए हैं। इसके साथ में सीमा पर गोवा सरकार ने भी नियम कठोर कर दिए हैं। पर्यटकों को कोविड दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन करना होगा।
उन्होंने कहा कि सीमावर्ती जिलों में कड़ी जांच के लिए राज्य सरकार ने निर्देश दिए हैं। कारवार तालुक के माजाळी, भट्कल तथा अनमोड जांच केन्द्रों में अतिरिक्त निगाह रखने को कहा गया है। महाराष्ट्र, गोवा, तमिलनाडु, केरल आदि विभिन्न राज्यों से आने वाले यात्रियों के पास आरटी-पीसीआर नेगेटिव प्रमाणपत्र, कोविड वैक्सीन के दोनों डोज प्राप्त किए जाने की पुष्टि कर ऐसे लोगों को मात्र प्रवेश दिया जा रहा है।
जिलाधिकारी ने कहा कि जिले के पर्यटक स्थलों में रेसॉर्ट, होम स्टे, मंदिरों को आने वाले बाहरी जिलों के पर्यटकों की कोविड जांच करनी चाहिए। उनके संपर्क में आने वालों के स्वास्थ्य की 10 दिन में एक बार जांच करनी चाहिए। शिक्षा संस्थाओं में अधिक विद्यार्थी एकत्रित होने वाले कार्यक्रम आयोजित नहीं करना चाहिए। जिले की शिक्षा संस्थाओं में अध्ययन करने वाले, केरल से आए विद्यार्थियों 15 दिन के भीतर के यात्रा कर आने वालों की स्वास्थ्य जांच करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि उत्तर कन्नड़ जिला पर्यटन स्थल होने के कारण राज्य एवं बाहरी राज्यों से आने वाले पर्यटकों की संख्या अधिक होगई है। इससे संक्रमण और अधिक फैलने का खतरा है। इसके साथ में दिसम्बर माह में जिले को पर्यटकों की संख्या बढ़ती जा रही है। इसके चलते कोविड संक्रमण की रोकथाम के लिए पहले के दिशा-निर्देशों को ही कड़ाई से लागू करने के लिए पुलिस विभाग आगे आया है।
जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. सुमन पन्नेकर ने कहा कि जिले के बीच, मंदिरों आदि में अधिक लोग एकत्रित नहीं होने तथा सामाजिक दूरी, मास्क पहनने के नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ पुलिस विभाग जुर्माना वसूलने की तैयारी कर ली है। कारवार के माजाळी के गोवा सीमा में स्थापित कोविड जांच केन्द्र में कर्मचारियों की कमी होने के कारण सभी यात्रियों की जांच में बाधा बनी हुई है। गोवा से सैकड़ों यात्री एक साथ राज्य प्रवेश करते हैं। वाहन जांच के लिए एक पुलिसकर्मी मात्र है, राजस्व विभाग से एक कर्मचारी मात्र है।
उन्होंने कहा कि सभी वाहनों को खड़ा करने में ही पुलिस कर्मियों को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। दस्तावेज समीक्षा के लिए घंटों समय व्यर्थ हो रहा है। परेशान लोग अतिरिक्त पुलिस कर्मियों को नियुक्त करने की मांग कर रहे थे। कर्नाटक से गोवा जाने वाले यात्रियों को दोनों डोज लगवाना अनिवार्य है। आधार, वैक्सीन प्राप्त प्रमाणपत्र होना चाहिए। ऐसे लोगों को मात्र प्रवेश दिया जाता है। एक डोज प्राप्त करने वालों के लिए 74 घंटों में कोविड नेगेटिव प्रमाण अनिवार्य है। इसके अलावा ट्रक, मछलियों से लदे वाहनों को अल्प रियायत होने पर भी वैक्सीन प्रमाणपत्र अनिवार्य है।