कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति पर गैर कानूनी तौरपर नियुक्ति का आरोप[typography_font:18pt;” >हुब्बल्लीकृषि विश्वविद्यालय अजाजजा कर्मचारी संघ के अध्यक्ष डॉ. पी सुरेंद्र ने कहा कि धारवाड़ कृषि विश्वविद्यालय के वर्तमान कुलपति डॉ. महदेव बी चेट्टी ने अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित प्लांट फिजियोलॉजी के सह प्राध्यापक पद पर गैर कानूनी तौर पर नियुक्त हुए हैं। इसके चलते सरकार को इनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए। शहर में मंगलवार को आयोजित संवाददाता समेलन में डॉ. सुरेंद्र ने कहा कि धारवाड़ कृषि विश्वविद्यालय में 198 7 में विभिन्न पदों के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए थे। इस दौरान प्लांट फिजियोलॉजी के सह प्राध्यापक पद को अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित किया गया था परन्तु इस पद के लिए अयोग्य डॉ. महदेव बी चट्टी ने आवेदन सौंपकर गैर कानूनी तौर पर चयनीत हुए हैं। इसके जरिए अनुसूचित जाति के अयर्थी को अन्याय किया है। उन्होंने कहा कि इस चयन को चुनौती देते हुए राज्यपाल को पत्र लिखने पर कृषि विश्विविद्यलय के पूर्व कुलपति डॉ. जेवी गौडऱ के खिलाफ कार्रवाई की गई परन्तु डॉ. महदेव चट्टी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है। इसके अलावा महाविद्यलय के डॉ. आर बसवराजप्पा अधिक अनुभवी हैं, इसके अलावा बतौर प्रशासनिक अधिकारी (डीन) तीन वर्ष सेवा दी है। उनके वापस आने पर उन्हें शिक्षा निदेशक पद का प्रभारी बनाना चाहिए था परन्तु उन्हें डीन बनाकर कृषि विश्वविद्यालय ने हनुमनमट्टी में नियुक्त किया। उनसे भी कनिष्ट को शिक्षा निदेशक का पद देकर अन्याय किया गया है। अब डॉ. महदेव चट्टी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति बने हैं। इसके जरिए अनुसूचित जाति के सदस्यों के साथ अन्या जारी है। उनकी प्रथम नियुक्ति ही गैर कानूनी होने के कारण उनके खिलाफ सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए। …………………………………………………………………………