छात्रावास का दौरा करें अधिकारी[typography_font:14pt;” >धारवाड़-हुब्बल्लीपिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के सचिव मोहम्मद मोहसिन ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा है कि पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के तहत आने वाले छात्रावासों का प्रति सप्ताह औचिक दौरा कर वहां समीक्षा करनी चाहिए। वे, धारवाड़ में शुक्रवार को जिला पंचायत सभा भवन में पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग, स्व. देवराज अरस विकास निगम तथा मोरारजी देसाई आवासीय स्कूलों की प्रगति समीक्षा बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रति सप्ताह प्रगति समीक्षा करने के साथ छात्रावासों में पुस्तकालय, इंटरनेट सेवा तथा पाठ्यपुस्तकों का सदुपयोग करने के साथ विद्यार्थियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देनी चाहिए। समुदाय भवन का निर्माणमोहसिन ने कहा कि पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के तहत विविध समुदायों के लिए समुदाय भवन के निर्माण करने के लिए अनुदान जारी किया गया है। नियमनुसार जो नहीं है तथा आवश्यक दस्तावेज नहीं सौंपने वाले संघ, संस्था व ट्रस्टों को अंतिम नोटिस देनी चाहिए। नोटिस देने के बाद उनके द्वारा मिले प्रस्तावों को रद्द करने के जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग अधिकारियों को निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि वार्डन अपने छात्रावासों के निकट हैं। भोजन, पानी, विद्युत समेत सभी सुविधाएं उत्तम गुणवत्ता में विद्यार्थियों को मिलना चाहिए। इस दिशा में सतर्कता बरतनी चाहिए। प्रति दिन शाम को विद्यार्थियों के लिए विशेष कक्षा का आयोजन करना चाहिए। महिला वार्डन अनिवार्यंमोहसिन ने कहा कि बालिका छात्रावासों में महिला वार्डन तथा महिला रसोइए को नियुक्त करना अनिवार्य है। बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता देनी चाहिए। पीयू कालेज स्कॉलरशिप के लिए विद्यार्थियों के आवेदन सौंपने के दौरान आधार लिंक हुए बैंकों का विवरण सौंपना चाहिए। इस दिशा में डीडीपीआई को पत्र लिखना चाहिए। छात्रावास तथा आवासीय स्कूलों में विद्यार्थियों के परीक्षा नतीजों में सुधार की दिशा में हर अधिकारी तथा वार्डनों को ध्यान देना चाहिए। अभिभावकों की उम्मीदों पर खरे उतरना चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्य के सभी जिलों में विभाग के छात्रावासों में प्रवेश प्राप्त करने के लिए विद्यार्थियों की मांग बढ़ गई है। इसके चलते विभाग की ओर से 20 प्रतिशत अतिरिक्त हास्टेल प्रवेश के लिए सरकार को प्रस्ताव सौंप कर 45 करोड़ रुपए अतिरिक्त अनुदान की मांग की गई है। वित्तीय विभाग अनुदान के प्रस्ताव की समीक्षा कर रहा है। जिला पिछड़ा वर्ग विभाग अधिकारी अज्जप्पा सोगलद ने कहा कि धारवाड़ जिले में मेट्रिक पूर्व 26 तथा मेट्रिक पश्चात के 41 छात्रावास हैं। बालक व बालिका समेत कुल 6 7 छात्रावास हैं। इनमें 5 हजार 420 विद्यार्थियों ने प्रवेश प्राप्त किया है। निजी अनुदानित 4 मेट्रिक पूर्व छात्रावास हैं। छात्रावासों के लिए 6 7 भवनों की आवश्यकता है। उनमें 31 खुद के भवन तथा 36 किराए के भवनों में छात्रावास हैं। उन्होंने कहा कि विविध समुदायों के विकास कार्यक्रम के तहत वर्ष 2006 -07 से वर्ष 2018 -19 तक जिले के विविध तालुकों में 71 समुदाय भवन एवं 9 छात्रावासों के निर्माण के लिए अनुदान जारी किया गया है। सभा में विभाग के उप सचिव कृष्णवेणी समेत पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग तालुक स्तरीय अधिकारियों, मोरारजी देसाई आवासीय स्कूल व कालेजों के प्राचार्यों ने भाग लिया था।