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रायचूर जिले में फिर बढ़े उल्टी-दस्त के मामले, 26 लोग अस्पताल में भर्ती

locationहुबलीPublished: Jun 03, 2023 09:28:33 am

Submitted by:

Zakir Pattankudi

लिंगसुगूरु तालुक के गोरेबाल गांव में उल्टी-दस्त के मामले दिन प्रतिदिन दोगुने हो रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग ने पुष्टि की है कि मंगलवार शाम तक फिर से 7 और मामले सामने आए हैं इसके साथ ही अब तक कुल 59 मामले सामने आ चुके हैं।

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रायचूर जिले में फिर बढ़े उल्टी-दस्त के मामले, 26 लोग अस्पताल में भर्ती,रायचूर जिले में फिर बढ़े उल्टी-दस्त के मामले, 26 लोग अस्पताल में भर्ती

प्रशासन के लिए चुनौती बना मामला
पानी आपूर्ति बंद करने के बावजूद सामने आ रहे मामले
रायचूर. लिंगसुगूरु तालुक के गोरेबाल गांव में उल्टी-दस्त के मामले दिन प्रतिदिन दोगुने हो रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग ने पुष्टि की है कि मंगलवार शाम तक फिर से 7 और मामले सामने आए हैं इसके साथ ही अब तक कुल 59 मामले सामने आ चुके हैं।
पीने योग्य पानी नहीं होने की आशंका के आधार पर दो बोरवेल से जलापूर्ति बंद कर दी गई है। वैकल्पिक तौर पर पांच टैंकरों से घर-घर पेयजल आपूर्ति की जा रही है। पानी आपूर्ति बंद होने के बावजूद उल्टी-दस्त के मामले सामने आ रहे हैं, जो प्रशासन के लिए चुनौती बने हुए हैं। अब तक 33 लोग ठीक हुए हैं। गोरेबाल, लिंगसुगूर, रायचूर, कलबुर्गी सहित विभिन्न अस्पतालों में 26 लोगों का इलाज चल रहा है। केवल चार लोगों को रायचूर और कलबुर्गी अस्पताल रेफर किया गया है।
उल्टी-दस्त मामलों से रायचूर के रिम्स अस्पताल में भर्ती नागप्पा भजंत्री को अतिरिक्त इलाज के लिए कलबुर्गी अस्पताल स्थानांतरित किया गया है। ग्रामीणों ने अधिकारियों का ध्यान इस ओर खींचा कि रिम्स अस्पताल में भर्ती रेणुकम्मा करडी खून की कमी से जूझ रही हैं और रिम्स के डॉक्टर खून चढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं।
चौबीसों घंटे एहतियात

गोरेबाल में छह दिन से अस्थाई उपचार केंद्र खोला गया है। अब तक 263 मरीजों की जांच कर इलाज किया जा चुका है। इनमें से 112 उल्टी और दस्त के मामले हैं। 151 में मामूली बीमारी के लक्षण पाए गए हैं। पंचायत राज, आरोग्य और आशा कार्यकर्ता चौबीसों घंटे एहतियात बरत रहे हैं।
अधिकारियों की टीम ने डाला डेरा

जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सुरेंद्र बाबू, उप विभागीय अधिकारी शिंदे अविनाश संजीव, स्वास्थ्य विभाग की नोडल अधिकारी यशोदा नंदिनी के नेतृत्व में डॉ. संगनगौड़ा, डॉ. अभिजीत, डॉ. तल्लल्ली, तालुक स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी प्राणेश कुलकर्णी, तालुक पंचायत के कार्यकारी अधिकारी अमरेश, पंचायत विकास अधिकारी संगनागौड़ा, राजस्व निरीक्षक रामकृष्ण, ग्राम लेखाकार विनय के नेतृत्व की टीम ने गांव में डेरा डाला है।
बीमारी फैलने का स्पष्ट कारण नहीं

गांव की जलापूर्ति में कोई खराबी नहीं है। बोरवेल के पानी से उल्टी-दस्त के मामले बढऩे की आशंका के आधार पर पेयजल आपूर्ति बंद कर दी गई है। इसके बावजूद मामले दर्ज हो रहे हैं उससे स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों में हडक़ंप मचा हुआ है। उल्टी-दस्त फैलने का कोई स्पष्ट कारण नहीं मिलने से ग्रामीण हैरान हैं।
घर-घर जाकर किया जा रहा सर्वे

दिन-ब-दिन बिगड़ते जा रहे उल्टी और दस्त के कारण तालुक के हट्टी, ईचनाल, सज्जलगुड्डा, संतेकेल्लूर, गुरुगुंटा और अन्य प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के 25 स्वास्थ्य सहायक, 12 आशा कार्यकर्ताओं को आमंत्रित कर एक टीम बनाकर घर-घर जाकर सर्वे करने के साथ एहतियाती उपायों की जानकारी दी जा रही है।
टैंकरों से पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था

हमने गांव दौरा किया है। अभी तक उल्टी-दस्त के मामले बढऩे का कोई स्पष्ट कारण नहीं मिल पाया है। हमने उन उपायों पर लंबी चर्चा की है जो किए जा सकते हैं। लोगों की स्वास्थ्य देखभाल का बहुत ध्यान रख रहे हैं। जनता को भी सहयोग करना चाहिए। लिंगसुगूरु तालुक गोरेबाल गांव में उल्टी-दस्त के मामले को रोकने के लिए बोरवेल के पानी को बंद कर टैंकरों से पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था की गई है।
-शशिधर कुरेर, मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत, रायचूर

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