सावरकर जितनी लाठियां क्या दोरैस्वामी ने खाई है[typography_font:14pt;” >चित्रदुर्गविजयपुर विधायक बसनगौड़ा पाटील यत्नाल ने कहा कि आजादी मिले 72 वर्ष हुए हैं। दोरैस्वामी ने किस आयु में आंदोलन किया। सावरकर ने जितनी लाठियां खाई हैं क्या उतनी लाठियां दोरेस्वामी ने खाई हैं।चित्रदुर्ग में शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए यत्नाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, वीर सावरकर के खिलाफ अपमानजनक बयानबाजी करने वाले कांग्रेस नेताओं को पहले माफी मांगनी चाहिए। हम दिन में एक रात में बयानबाजी करने की आदत वाले राजनेता नहीं हैं। दोरैस्वामी के आंदोलन करने के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने क्या जन्म लिया था। बतौर कार्य निरीक्षक (वर्क इंसपेक्टर) रहे एचडी देवेगौड़ा के पुत्र कुमारस्वामी के पास हजारों करोड़ रुपए कहां से आए। मजदूरी के लिए सेना में भर्ती होने के बयान देते हैं, तो आप राजनीति में क्यों आए। हमारे जन्म के बारे में बयानबाजी कर रहे हैं तो क्या आपके पिता एचडी देवेगौड़ा स्वतंत्रता सेनानी थे। किसानों को हमारे खिलाफ आंदोलन करना छोड़कर सिंचाई के बारे में आंदोलन करना चाहिए। कुमारस्वामी पर भड़कते हुए यत्नाल ने कहा कि चूहे की पूंछ पर बम बांधकर अंग्रेजों के कार्यालय को उड़ाने की बात करते हैं, क्या यही महात्मा गांधी का अहिंसा आंदोलन है। उन्होंने कहा कि मंत्री नारायणगौड़ा का महाराष्ट्र की जय कहने में गलत क्या है। देश के एक राज्य की जय कहा है, पाकिस्तान की जय नहीं कहा है। पाकिस्तान की जय कहने वालों के खिलाफ कन्नड़ संगठनों ने आंदोलन क्यों नहीं किया। हुब्बल्ली, बेंगलूरु में पाकिस्तान के समर्थन में नारेबाजी करने पर कन्नड़ संगठन कहां गए थे। रमेश कुमार क्या सत्य हरिश्चंद्र की संतान हैपूर्व विधानसभा अध्यक्ष रमेश कुमार के गोड्से की संतान बसवराज पाटील यत्नाळ सदन में रहने योग्य नहीं है कहकर दिए बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए यत्नाल ने कहा कि रमेश कुमार का इतिहास क्या है। कितनी जमीन पर कब्जा किया है सभी को पता है। सत्य हरिश्चंद्र की 19वीं संतान की तरह बयानबाजी कर रहे हैं। पहले अपने घर को स्वच्छ करें, हमारे बारे में बयानबाजी करने की नैतिकता नहीं है। यत्नाल ने कहा कि हमारे खिलाफ सिंचाई आंदोलन के 32 मामले हैं। हमारे खिलाफ कोई भी भू कब्जा करने, अत्याचार, नकली नोट छापने के मामले नहीं हैं। रमेश कुमार से किसी प्रकार के आदर्श, सिध्दांतों को सीखने की जरूरत नहीं है। हम आरएसएस के हैं क्या कर लेंगे। हम देश विरोधी, पाकिस्तान एजंट नहीं है। देश के समर्थन में बयानबाजी करते हैं किसी का डर नहीं है। पुलिस ने अगर कड़ा फैसला नहीं लिया होता तो मेंगलूरु दूसरा दिल्ली बन जाता था। दिल्ली में पुलिस को बंदूक दिखाई है। इसका विरोध करना छोड़कर हमारे खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। कांग्रेसियों को शर्म आनी चाहिए।