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राज्योत्सव में जनता को संस्कृति से अवगत कराएंगे

locationहुबलीPublished: Oct 28, 2021 12:07:59 am

Submitted by:

S F Munshi

राज्योत्सव में जनता को संस्कृति से अवगत कराएंगे

राज्योत्सव में जनता को संस्कृति से अवगत कराएंगे

राज्योत्सव में जनता को संस्कृति से अवगत कराएंगे

राज्योत्सव में जनता को संस्कृति से अवगत कराएंगे
-अपर जिलाधिकारी कृष्णमूर्ति ने कहा
सिरसी-कारवार
अपर जिलाधिकारी कृष्णमूर्ति एच.के. ने कहा है कि एक नवंबर को कर्नाटक राज्योत्सव समारोह में जनता को राज्य की संस्कृति से अवगत कराने का कार्य किया जाएगा। वे सिरसी के तहसीलदार कार्यालय सभा भवन में जिला स्तरीय कन्नड़ राज्योत्सव कार्यक्रम बनवासी में आयोजित करने को लेकर आयोजित बैठक को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की ओर से 28 अक्टूबर को कन्नड़ गीत गायन कार्यक्रम आयोजित किया गया है। इसमें सभी को भाग लेना चाहिए। बनवासी में जिला स्तरीय गीत गायन कार्यक्रम होगा।
उन्होंने कहा कि बनवासी कन्नड़ राज्य की प्रथम राजधानी है। कन्नड़ के पहले राजाओं की धरती पर होने वाला यह कार्यक्रम विशेष होना चाहिए। हमारी भाषा एवं प्रांत के त्योहार को कम समय में अच्छे से आयोजित करना चाहिए। जाति-धर्म के ऊपर उठकर के इस कार्यक्रम को आयोजित करना चाहिए। गडिनाडु कार्यक्रम 30 अक्टूबर को कारवार के माजाली समुद्र तट पर अनूठे तरीके से मनाया जाएगा। जिले के ऐतिहासिक प्राचीन स्थलों में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार की जा रही है। सदाशिवगढ़ किला, मिर्जान किले में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। बनवासी के कार्यक्रम में जिला प्रभारी मंत्री तथा जिलाधिकारी आदि शिरकत करेंगे।
कार्यक्रम आज
अपर जिलाधिकारी ने कहा कि गुरुवार की सुबह 11 बजे भट्कल जैन बसदी, दांडेली तथा सिरसी के माध्यमिक स्कूल में कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं। बारिसु कन्नड़ डिंमडिमवा… जोगद सिरी बेळकिनली… तथा हुट्टिदरे कन्नड़ नाडल्ली हुट्टबेकु… इन तीनों गीतों को कार्यक्रम में प्रस्तुत किया जाएगा। 31 अक्टूबर तक विशेष सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। कन्नड़ भाषा और कन्नड़ में ही बोलने का कार्य होना चाहिए। अन्य भाषाओं का भी सम्मान करें, परंतु कन्नड़ भाषा हमारी भाषा है इसे प्राथमिकता देने की आवश्यकता है। भाषा ज्ञान नहीं है बल्कि भाषा एक माध्यम है। कन्नड़ भाषा की अपनी पहचान है, जिसे बढ़ावा देना चाहिए।
इस अवसर पर कन्नड़ एवं संस्कृति विभाग के उप निदेशक एन.जी. नायक, बनवासी मधुकेश्वर मंदिर प्रबंधन समिति के अध्यक्ष राजशेखर वोडेयार, सिरसी शैक्षणिक जिला डीडीपीआई दिवाकर शेट्टी, सिरसी एपीएमसी अध्यक्ष शिवकुमार गौड़ा, सिरसी श्रीमारिकांबा मंदिर प्रशासनिक मंडल के अध्यक्ष सुदेश, सदस्य सुधीर आदि उपस्थित थे। तहसीलदार कृष्णमूर्ति ने अतिथियों का स्वागत कर परिचित करवाया।
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