सहकारिता क्षेत्र में महिलाएं एवं कमजोर लोग आगे आएं[typography_font:14pt;” >धारवाड़-हुब्बल्लीकलघटगी क्षेत्र के विधायक सी.एम. निंबण्णवर ने कहा है कि सहकारिता क्षेत्र की मदद हासिल करने के लिए महिलाओं व कमजोर लोगों को आगे आना चाहिए। वे धारवाड़ में सोमवार को 6 6 वें अखिल भारतीय सहकारिता सप्ताह के उपलक्ष्य में सहकारिता संस्थाओं की ओर से सरकार की नई योजनाओं तथा कलघटगी शाखा में उपभोक्ता सभा का उद्घाटन कर बोल रहे थे। कर्नाटक राज्य सहकारिता महामंडळ नियमित बेंगलूरु, धारवाड़ जिला सहकारिता यूनियन नियमित, धारवाड़ केसीसी बैंक नियमित, कलघटगी तालुक के सभी सहकारिता संघों तथा सहकारिता विभाग धारवाड़ के संयुक्त तत्वावधान में कार्यक्रम आयोजित किया गया था। उन्होंने कहा कि समाज में आर्थिक रूप से कमजोर तथा अवसर से वंचित लोगों की आर्थिक एवं सामाजिक स्थिति सूधारना सहकारिता संस्थाओं से मात्र सम्भव है। स्वयं सबके लिए, सभी अपने लिए नामक सिध्दांत के तहत महिला सबलीकरण को सहकारिता संघों ने विशेष प्रयास करते आए हैं। समाज का कमजोर तबका तथा महिलाएं सशक्त होने पर ही आर्थिक विकास की परिकल्पना साकार होगी। महिलाओं तथा कमजोर वर्गों को एकजुट होकर क्रांति के रूप में सहकारिता आंदोलन में भाग लेकर सफलता की ओर बढऩा चाहिए। केसीसी बैंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के. मुनियप्पा ने कहा कि समाज में महिलाओं के स्थान में काफी बदलाव हुआ है। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने के लिए सहकारिता क्षेत्र में दुग्ध उत्पादन, गृह उपयोगी वस्तु तैयार करना आदि सहायक होते हैं। महिलाओं को विश्व के हर कार्य में पुरुषों के समान रूप से और अतिरिक्त रूप से सहकारिता क्षेत्र में भाग लेना चाहिए। सहकारिता संस्थाएं देश में विशाल सामाजिक बुनियाद हासिल की है। वे समाज के सभी वर्गों की उम्मीदों पर खरे उतरे हैं। जिला सहकारिता यूनियन निदेशक एस.एन. रायनाल ने कहा कि सहकारिता क्षेत्र में अबलाओं को शामिल करने के लिए सहकारिता आंदोलन महत्वपूर्ण प्रयास करते आए हैं। आर्थिक रूप से पिछड़ों को सहकारिता क्षेत्र के दायरे में आकर सहकारिता आंदोलन के तहत दी जाने वाली सभी सुविधाओं को प्राप्त कर आर्थिक रूप से विकसित होकर समाज की मुख्य धारा में लाना है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर केसीसी बैंक के निदेशक मंजुनाथगौड़ा मुरल्ली ने कहा कि समाज के विकास में पुरुषों तथा महिलाओं को समान दर्जा देना आवश्यक है। इस समानता को हासिल किए बिना विकास सम्भव नहीं है। सहकारिता संघ ही स्वयं सेवा संघ हैं जिन्हें समानता प्राप्त करने में अतिरिक्त महत्व देने की आवश्यकता है। महिलाएं तथा कमजोर तबकों का सबलीकरण अर्थ व्यवस्था के प्रमुख लक्षण हैं। जिला पंचायत सदस्य अण्णप्पा देसाई, जिला पंचायत पूर्व अध्यक्ष एस.आर. पाटील, चन्द्रगौड़ा पाटील, शिवण्णा अदरगुंची, अर्जुन मदिगौडर, कल्लप्पा अरशिणगेरी, सहकारिता विकास अधिकारी एस.आई. हंचिनाळ, शिवरुद्रप्पा जिन्नूर समेत किसान नेता, तालुक के विविध सहकारिता बैंकों के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष, निदेशक, कर्मचारी, तालुक के स्वयं सेवी समूहों के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष आदि ने भाग लिया था। हन्नेरडु मठ के रेवणसिद्धेश्वर शिवाचार्य के सान्निध्य में आयोजित कार्यक्रम में जिला सहकारिता शिक्षक सविता हिरेमठ ने व्याख्यान दिया। वरिष्ठ कलाकार बसवराज कड्लेण्णवर ने कार्यक्रम का संचालन किया। पद्मा ओडेयर, मल्लय्यस्वामी तोटगुंट, बसवराज कामदेनु आदि ने संगीत प्रस्तुत किया।