पड़ोसी राज्यों के मजदूर अपने राज्यों को लौट गए हैं-मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने दी जानकारी[typography_font:18pt;” >पणजीमुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा है कि कोरोना वायरस के भय से गोवा में कूली मजदूरी करने वाले पड़ोसी राज्यों के मजदूर उनके राज्यों को लौट गए हैं। मुख्यमंत्री सावंत पणजी में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि गोवा में इन मजदूरों की ओर से किए जाने वाले काम को गोवा राज्य के लोगों को स्वयं करने के प्रयास करने चाहिए। गोवा में अधिकतर कार्यों के लिए पड़ोसी राज्यों के कूली मजदूरों पर ही यहां के लोग निर्भर हुए हैं। कोरोना के डर से बाहरी राज्यों के मजदूर उनके उनके राज्यों को वापस लौट गए हैं। यहां के कुछ कूली मजदूर अपने राज्य को लौटने की मांग कर रहे हैं। इसके चलते आगामी दिनों में विविध कार्यों के लिए अतिरिक्त संख्या में कूली मजदूरों की आवश्यकता पड़ेगी। इस मौके का सदुपयोग कर राज्य की जनता को स्वयं कृषि गतिविधियों तथा अन्य कार्य के लिए आगे आना चाहिए। इन कार्यों को गोवा राज्य के कूली मजदूर नहीं करेंगे तो हम पड़ोसी राज्यों के मजदूरों को बुलाकर काम पूरा करलेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि मौजूदा परिस्थितियों में गोवा में फंसे पड़ोसी राज्यों के मजदूरों की मदद से बाकी कार्य पूर्ण करने का उद्देश्य है। फिलहाल 3 मई तक तो यहां के कूली मजदूरों को उनके राज्यों को लौटने की अनुमति देना सम्भव नहीं है। ………………………………………………………………………………………..