कुश्ती खिलाडियों को दो लाख रुपए का बीमाधारवाड़युवा सबलीकरण एवं खेल विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किए जा रहे कर्नाटक कुश्ती हब्बा में भाग लेने वाले खिलाडिय़ों को 2-2 लाख रुपए मुआवजा देने के लिए सामूहिक जीवन बीमा करवाया गया है। इसके लिए केनरा बैंक की मदद ली गई है। बजाज अलायंस जनरल बीमा कम्पनी से इसे लागू किया जा रह है। इससे कुश्ती हब्बा में भाग लेने वाले करीब एक हजार 500 खिलाडिय़ों को इसका लाभ मिलेगा। यह बीमा कुश्ती चलने वाले चार दिन (22 से 25 फरवरी) तक मात्र लागू होगा। 10 दिनों की बीमा गर लागू की गई है। बीमा के लिए प्रति व्यक्ति 157 रुपए के हिसाब से जीवन बीमा करवाया जा रहा है। इसमें व्यक्ति की मृत्यु होने पर दो लाख रुपए मुआवजा मिलेगा। इसके लिए 21 रुपए देने होंगे। खेल विभाग के सहायक निदेशक शाकिर ने कहा कि स्थाई तौरपर शरीर का कोई भी हिस्सा क्षतिग्रस्त हो जाने पर दो लाख रुपए मुआवजा मिलेगा। कुल 133 रुपए शुल्क निर्धारित किया गया है। यह राशि को कर समेत 157 रुपए होगी। इसके लिए 2.35 लाख रुपए मंजूर किए जाएंगे। कुश्ती प्रतियोगिता से पहले खिलाडियों के स्वास्थ्य जांच की जाएगी। बीमा आवेदन खिलाडिय़ों से भरवाया जाएगा। कहां के खिलाड़ी भाग लेंगेइस बार भी कर्नाटक कुश्ती हब्बा में अजरबैजान, जार्जिया तथा इरान देशों के खिलाड़ी भाग लेंगे। कुश्ती का अखाड़ा देश और विदेशों के खिलाडिय़ों से लोगों के आकर्षण का केन्द्र बनेगा। इसके लिए 3 अकाड़ों में 30 पृथक वजन विभागों में प्रतियोगिताएं होंगी। 14 और 17 वर्षों के भीतर के तथा 18 वर्ष आयु पार विभागों में विविध वजन के खिलाडियों के बीच कुश्ती प्रतियोगिता आयोजित की गई है। उत्तम प्रदर्शन करने वाले विविध विभागों में कर्नाटक बाल केसरी, कर्नाटक किशोर तथा किशोरी, कर्नाटक केसरी, महिला कर्नाटक केसरी पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे। इसके चलते कर्नाटक केसरी विभागों में भाग लेने वाले पुरुष तथा महिला पहलवान अन्य वजन वर्ग में भाग नहीं ले सकते। चार साल प्रतिबंध लगेगाप्रति मैच के दिन नशीले पदार्थ सेवन से संबंधित जांच की जाएगी। अगर नशीले पदार्थ लेना साबित होगा तो आगामी 4 साल तक प्रतिबंध लगाया जाएगा। इसके लिए जांच विशेषज्ञ कुश्ती शुरू होने के दिन से ही नशीले पदार्थ सेवन का जांच करेंगे। इसके चलते विजेताओं को जांच रिपोर्ट आने के बाद ही पुरस्कार राशि विजेताओं के खाते में जमा करने की व्यवस्था की जाएगी।[typography_font:14pt;” >-शाकीर अहमद, सहायक निदेशक, युवा सबलीकरण एवं खेल विभाग, धारवाड़।