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11 नवंबर को हर साल देश में राष्ट्रीय शिक्षा दिवस मनाया जाता है। आंध्रप्रदेश सरकर की ओर से शिक्षा के क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने वाले प्रतिभावान लोगों को ‘डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्रतिभा पुरस्कार’ देकर सम्मानित किया जाता रहा है। मौजूदा जगन मोहन सरकार ने पुरस्कार का नाम बदलकर ‘वाईएसआर विद्या पुरस्कार’ करने का आदेश जारी किया। इसके बाद सोशल मीडिया पर सरकार के इस फैसले का जमकर विरोध हुआ। सरकार के फैसले को पूर्व राष्ट्रपति और मिसाइल मैन के नाम से मशहूर वैज्ञानिक डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम के अपमान से जोड़कर देखा गया। सोशल मीडिया साइट ट्विटर पर #YSRCPInsultsAPJAbdulKalam ट्रेंड कर गया।
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विपक्षी दलों ने भी सरकार के इस फैसले की कड़ी निंदा की। अपने आप को चारों ओर से घिरता देख सरकार ने तुरंत फैसला वापस लेने में ही अपनी भलाई समझी। मुख्यमंत्री वाईएस जगनमोहन रेड्डी ने तुरंत उस सरकारी आदेश को रद्द करने का आदेश दिया जिसमें ‘डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्रतिभा पुरस्कार’ का नमा बदलने की बात कही गई थी।
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बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब सीएम जगनमोहन रेड्डी ने किसी योजना का नमा बदला हो। इससे पहले वह एनटीआर भरोसा योजना का नाम बदलकर वाईएसआर पेंशन रख चुके हैं, अन्ना कैंटीन का नाम राजन्ना कैंटीन तो मध्याह्न भोजन योजना का नाम वाईएसआर अक्षय पात्र रख दिया गया है। नई सरकार सरकारी इमारतों तक को वाईएसआर पार्टी के रंग में रंग चुकी है।