प्राप्त जानकारी के अनुसार पुलिस को उसी व्यक्ति पर शक है, जो कई वर्ष पहले विवेकानंद के पिता राजा रेड्डी की हत्या में भी एक आरोपी रहा है। विवेकानंद रेड्डी हत्याकांड की जांच के लिए चंद्रबाबू नायडू सरकार ने एसआईटी का गठन कर दिया है। वाईएसआर कांग्रेस पार्टी ने आंध्र पुलिस पर अविश्वास जताया है और हत्या की सीबीआई जांच कराने की मांग की है।
पुलिस के मुताबिक विवेकानंद रेड्डी गुरुवार रात 11.30 बजे अपने घर पहुंचे और सुबह 5 बजे उनकी मौत के बारे में पता चला। इसका मतलब है कि हत्या रात साढ़े 11 बजे से सुबह 5 बजे के बीच हुई है। विवेकानंद रेड्डी के शरीर पर सात गहरे जख्मों के निशान पाए गए हैं। विवेकानंद रेड्डी का शव बाथरूम से बरामद हुआ, लेकिन खून के निशान उनके बेड पर भी पाए गए हैं।
विवेकानंद रेड्डी आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस राजशेखर रेड्डी के छोटे भाई थे। वो आंध्र प्रदेश सरकार में मंत्री भी रहे थे। वे 1989 और 1994 में दो बार कडप्पा की पुलिवेंदला सीट से विधायक चुने गए थे। 1999 और 2004 में लोकसभा सदस्य रहे। 2009 में वे आंध्र प्रदेश विधानपरिषद के सदस्य रहे थे। विवेकानंद रेड्डी दो दिन पहले हैदराबाद में लोटस पॉन्ड स्थित जगन मोहन रेड्डी के घर आए थे।