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जगन सरकार का 1 साल पूरा, CM ने कोरोना काल में गिनाई उपलब्धियां, सोशल डिस्टेंसिंग भूले

locationहैदराबादPublished: May 30, 2020 08:43:51 pm

Submitted by:

Prateek

जगन मोहन रेड्डी की सरकार का दावा है कि उन्होंने 90 प्रतिशत चुनावी वादे (Andhra Pradesh Government Seems Achievements In One Year) पूरे (YSR Rythu Bharosa Kendra) कर (Andhra Pradesh Government First Year) दिए (Andhra Pradesh Government) है (Andhra Pradesh News) (YS Jagan Mohan Reddy)…

जगन सरकार का 1 साल पूरा, CM ने कोरोना काल में गिनाई उपलब्धियां,  सोशल डिस्टेंसिंग भूले

वाईएसआर रैतु भरोसा केंद्रों के शुभारंभ के दौरान पार्टी नेताओं के साथ मौजूद मुख्यमंत्री, फोटो में दिखाई दे रहा है कि इस दौरान कम लोगों ने ही मास्क लगा रखा था और फिजिकल डिस्टेंस का भी ध्यान नहीं रखा गया…

(नेल्लोर): आंध्र प्रदेश में मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली सरकार ने शनिवार को एक साल पूरा कर लिया। आज ही के दिन सालभर पहले वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के नेता जगन मोहन रेड्डी ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। हजारों किलोमीटर लंबी संकल्प यात्रा निकालकर जनता की समस्या सुनने और उनका हल करने का वादा कर सत्ता में आई जगन मोहन रेड्डी की सरकार का दावा है कि उन्होंने 90 प्रतिशत चुनावी वादे पूरे कर दिए है।

 

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प्रधानमंत्री और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति में सरकार की एक साल की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला गया। इस दौरान सरकार द्वारा संचालित योजनओं की जानकारियां दी गई।


1. जगनन्ना ‘अम्मा वोडी’ योजना – इस योजना के तहत गरीब और जरूरतमंदों माताओं को उनके बच्चे की शिक्षा के लिए सालाना 15 हजार रुपये की मदद दी जाएगी। आंध्र प्रदेश सरकार की इस स्कीम से करीब 43 लाख माताओं को सीधे तौर पर लाभ मिल सकेगा। 15 हजार रुपए सीधे पढ़ने वाले छात्र की माता के खाते में जाएंगे।

2. जगनन्ना वसति दीवेना योजना- इस योजना के तहत गरीब छात्र को सरकार हर साल 20 हजार रुपए देगी। यह पूरी रकम छात्र के मां के खातें में जमा की जाएगी। राज्य में कुल योग्य छात्रों की संख्या 11,61, 224 हैं। इससे पहले सरकार छात्रों को रख-रखाव के लिए केवल 800 करोड़ रुपए खर्च कर रही थी। इस साल से 2,300 करोड़ रुपए खर्च करेगी। यानी अब सरकार 1,500 करोड़ रुपए अतिरिक्त खर्च करेगी।

3. वाईएसआर वाहन मित्र योजना- इस योजना के अंतर्गत देश के इतिहास में पहली बार ऑटो, कैब और कार चालकों को हर साल 10 हजार रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी।

4. वाईएसआर पेंशन योजना- इस योजना के अंतर्गत वयोवृद्ध, विधवा, दिव्यांग और अन्य को पेंशनधारकों को वालंटियर के जरिए घर-घर जाकर पेंशन वितरित की जा रही है। इसके साथ ही पेंशन पाने वालों की आयु सीमा को भी 65 से घटाकर 60 साल कर दिया है।

5. YSR रैतु भरोसा- ‘वाईएसआर रैतु भरोसा-पीएम किसान’ के तहत किसान परिवार को पहले चरण में 7,500 रुपए खाते में जमा हो जाएंगे। प्रदेश में 49 लाख किसानों के परिवार को इस योजना का लाभ मिलेगा। सीएम का कहना है कि किसान पैसे के लिए न तरसे इसी उद्देश्य से रैतु भरोसा योजना आरंभ किया है। इस योजना के अंतर्गत हर साल किसानों को 13,500 रुपए दिया जाएगा। चुनावी घोषणापत्र में 12,500 देने का आश्वासन दिया था। मगर अब 13,500 रुपये पांच साल तक दिया जाएगा।

6. डॉ. वाईएसआर आरोग्यश्री आसरा योजना- इस योजना के तहत डॉक्टरों के सुझाव के अनुसार रोगियों को आराम के दौरान हर दिन 225 रुपए या कम से कम हर महिने 5 हजार रुपए दिया जाएगा। चिकित्सकीय प्रक्रिया के दौरान रोगियों को वित्तीय सहायता प्रदान करने वाली देश में यह पहली योजना है। रोगी के डिचार्ज होते ही 48 घंटों में पेशंट के खाते में यह रकम जमा होगी। इसके के लिए बैंक खाता नंबर और आधार रहना आवश्यक है।

7. YSR नेतन्ना नेस्तम- हथकरघा (बुनकर) श्रमिकों को वित्तीय मदद करने के उद्देश्य से वाईएसआर नेतन्ना नेस्तम’ का शुभारंभ किया गया। इस योजना के तहत जिन मकान में हथकरघा है, ऐसे हर परिवार को 24 हजार रुपये वित्तीय सहायता प्रदान किया जाएगा। इसके लिए जिले में 27,481 परिवार को चुना गया है।

8. YSR मत्स्यकार भरोसा- इस योजना के तहत समुद्र में शिकार पर प्रतिबंध के दौरान मछुआरा परिवारों की मदद के लिए पिछली सरकार ने प्रति परिवार को 4 हजार रुपए का भुगतान किया था, जिसे अब वाईएस जगन मोहन रेड्डी सरकार ने बढ़ाकर 10 हजार रुपए कर दिया है। इस योजना से राज्यभर के 1.35 लाख मछुआरा परिवारों को लाभ मिलेगा।

9. YSR कंटी वेलुगु – इस योजना के तहत पहले चरण में सरकारी और निजी स्कूलों के लगभग 70 लाख छात्रों की नेत्र जांच की गई। इसके अंतर्गत चश्मों का वितरण, आंखों के ऑपरेशन और अन्य चिकित्सा सेवा उपलब्ध की जाएगी।

10. YSR नवोदयम योजना- इस योजना के अंतर्गत छोटे और मध्यम उद्योगों (एमएसएमई) को बढ़ावा मिलेगा। इन उद्योगों के विकास के लिए सरकार ने कारगर कदम उठाया है। आंध्र प्रदेश में आर्थिक मुसीबतों से जूझ रहे छोटे और मध्यम उद्योगों को इस योजना के माध्यम से संजीवनी दी जा रही है।


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किसानों के लिए वाईएसआर रैतु भरोसा केंद्र…

मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने शनिवार को इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने वाईएसआर रैतु भरोसा केंद्रों (आरबीके) का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने ताडेपल्ली स्तिथ अपने कैंप कार्यालय में वीडियो कांफ्रेंस के जरिए प्रदेश में 10, 641 आरबीके का उद्घाटन किया। रैतु भरोसा केंद्रों में आधुनिक डिजिटल कियोस्क स्थापित किये गये हैं। इन कियोस्क के जरिए किसानों को बीज, खाद, कीटनाशक, पशुओं को चारा, एक्वाफीड और मार्केटिंग सेवाएं उपलब्ध होंगी। देश के इतिहास में पहली बार प्रदेश में आरबीके को स्थापित किया गया है। इन केंद्रों का लक्ष्य किसानों को कृषि और संबंधित क्षेत्रों की सभी चीजें और सेवाएं गांवों में उपलब्ध किया जाना है।

यह डिजिटल कियोस्क एक आधुनिक एटीएम जैसा है। इसमें टच स्क्रीन, फ्रंट कमैरा, आधार कार्ड से अनुसंधान किया गया फिंगर फ्रिंट स्कैनर, मैक्रोफोन और स्पीकर होंगे। भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए थर्मल प्रिंटर, ऑक्सलरी ऑडियो इनपुट, यूएसबी चार्जिंग स्लाट, ए-4 कलर प्रिंटर, ई-पास मशीन, आरएफआईडी कार्ड रीडर को स्थापित किया जाएगा। हर जिले में 65 एग्रोस केंद्र स्थापित किए जाएंगे। हर एक हब में उस क्षेत्र के गांव के किसानों की जानकारी अनुसंधान किया जाएगा।

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क्या है ये डिजिटल कियोस्क

रैतु भरोसा केंद्रों में स्थापित डिजिटल कियोस्क के सामने किसान को खड़े होकर स्क्रीन को उंगली से टच करना होगा। इसके बाद फोन नंबर एंटर करके लॉगइन होना होता है। लॉगइन के बाद किसानों को अनेक प्रकार के बीज, खाद, कीटनाशक दवा, पशुओं का चारा जैसे फोटो (चित्र) और उसके दाम स्क्रीन पर दिखाई देंगे। किसानों को जो चीजें चाहिए उनका चयन करके दामों के साथ एंटर करना होगा। सब कुछ होने के बाद क्लिक करना होगा। इसके बादर ऑर्डर तैयार हो जाता है। यह ऑर्डर तुरंत नजदीकी एग्रो केंद्र (हब) के पास चला जाएगा। कियोस्क से ऑर्डर जाने के 48 से 72 घंटे के बीच किसानों को सभी चीजे मिल जाएंगी। बीजों को एपी सीड्स संस्था और अन्य चीजों को एग्रोस सेंटर आपूर्ति करेंगे।

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