उन्होंने यह भी कहा कि इस शासन में दलित और आदिवासी समाज के लोग खुश नहीं हैं। तेलंगाना में 4500 किसान खुदकुशी कर चुके हैं। किसानों की भलाई के लिए केसीआर ने कुछ नहीं किया, अब जाते जाते रुपया बांट रहे हैं।
केसीआर ने पूरा नहीं किया कोई वादा
अमित शाह ने कहा कि केसीआर ने दलित मुख्यमंत्री बनाने का वादा किया था, गरीबों को एर लाख फ्लैट देने का वादा किया था, तेलंगाना आंदोलन में शहीद नौजवानों के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का वादा किया था, लेकिन कोई भी वादा नहीं पूरा किया। केसीआर ने 150 वादे किए और कोई भी पूरे नहीं किए।
केसीआर ने झूठे वादे किए। एक भी सिंचाई परियोजना पूरी नहीं हुई, जबकि केंद्र सरकार ने राज्य को 99 हजार करोड़ रुपये दिए हैं। 1500 करोड़ रुपए खर्च करने के बाद भी मिशन काकतीय के तहत झीलों की सफाई का काम पूरा नहीं हुआ। केसीआर मुसलमानों को 12 प्रतिशत आरक्षण देना चाहते हैं। आरक्षण 50 प्रतिशत से ज्यादा नहीं दिया जा सकता। तो केसीआर को बताना पड़ेगा कि वो अनुसूचित जाति, जनजाति या पिछड़ों में से किसके हक को काटकर मुसलमानों को आरक्षण देना चाहते हैं।
केवल बीजेपी कर सकती है ओवैसी का मुकाबला-शाह
अमित शाह ने निशाना बनाया कि टीआरएस, टीडीपी, कम्यूनिस्ट और राहुल गांधी चाहते हैं कि बांग्लादेशी घुसपैठिये भारत में रहें। अगर आप नरेंद्र मोदी की दोबारा सरकार बनवाते हैं तो बीजेपी वादा करती है कि बांग्लादेशी घुसपैठियों को चुन-चुनकर बाहर कर देंगे। चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी और कांग्रेस तेलंगाना में केसीआर का विकल्प नहीं बन सकती और अगर विकल्प बन भी गए तो वो ओवैसी के खिलाफ नहीं लड़ सकते। केसीआर भी ओवैसी के खिलाफ नहीं लड़ सकते, केवल बीजेपी ओवैसी का मुकाबला कर सकती है।