बैठक में हुई चर्चाओं की जानकारी देते हुए तेलंगाना प्रदेश अध्यक्ष एन.उत्तम कुमार रेड्डी ने बताया कि फिलहाल सीटों के बंटवारे को लेकर कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है तथा सोमवार को भी बैठकें होंगी। उन्होंने उम्मीद जताई कि अन्य राजनीतिक दल भी ‘महकूटमी’ में शामिल होंगे। उत्तम कुमार ने दावा किया कि राज्य की जनता बदलाव चाहती है, क्योंकि साढ़े चार साल के केसीआर शासन से लोग तंग आ चुके हैं।
सीपीआई तेलंगाना प्रदेश सचिव सी.वेंकट रेड्डी का कहना है कि तेलंगाना आंदोलन की आकांक्षाओं को पूरा करने के उद्देश्य से यह गठबंधन बनाया गया है। वेंकट ने कहा कि घोषणा पत्र को लेकर सभी घटक दल चर्चा कर रहे हैं, उचित समय पर अंतिम फैसले से अवगत कराया जाएगा, जबकि तेलंगाना तेलुगु देसम अध्यक्ष एल.रमणा ने आरोप लगाया कि केसीआर सरकार ने राज्य को कर्ज में डुबो दिया है और वह विपक्षी दलों के साथ दुश्मनों जैसा बर्ताव कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि महागठबंधन में ही केसीआर को हराने की क्षमता है।
तेलंगाना जन समिति के अध्यक्ष प्रो.कोदंडाराम ने कहा कि इस गठबंधन का अब तक कोई नाम नहीं रखा गया है लेकिन उनका लक्ष्य राज्य में तानाशाही सरकार को उखाड़ फेंकना है। टीडीपी प्रदेश अध्यक्ष ने कोदंडाराम के विपरीत दावा किया कि उनका यह ‘ग्रैंड अलायन्स’ है। सीपीआई सचिव वेंकट रेड्डी का कहना है कि बिना किसी तालमेल के चुनाव प्रचार करना ठीक नहीं है। उन्होंने कहा की तेलंगाना की जनता के अजेंडे ही को हमारा कार्यक्रम बनाया जाएगा तथा गठबंधन जन कल्याण के लिए काम करेगा। विपक्षी गठबंधन में कांग्रेस, टीडीपी, सीपीआई और टीजेएस शामिल हैं।