पुलिस की शुरुआती जांच में माना जा रहा है कि राव का नक्सलियों से इन दिनों छत्तीस का आंकड़ा हो गया था। वजह गांव वालों की जमीन का मामला बताया जाता है, जिसको लेकर उनका नक्सलियों से कुछ विवाद हो गया था। एमपीटीसी ( MPTC ) मेंबर रह चुके राव इन दिनों टीआरएस में थे और पार्टी के लिए हाल के लोकसभा चुनाव में भी उन्होंने जम कर काम किया था। राव के बेटे के मुताबिक इस घटना से पहले उन्हें नक्सलियों की ओर से किसी तरह की कोई धमकी नहीं मिली थी। इस घटना से न सिर्फ बेटा, बल्कि पूरा इलाका हतप्रभ है।
तेलंगाना के एडीजी जितेंद्र कुमार के अनुसार छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में पुट्टापाडु और टट्टेगुडम के बीच राजनेता को घने जंगल में मारकर फेंक दिया गया। तेलंगाना के भद्रादरी कोत्तागुडेम जिले से श्रीनिवास राव को 8 जुलाई की रात 11 बजे करीब 15 माओवादियों ने अगवा कर लिया था। नल्लूरी श्रीनिवास राव ब्याज पर रुपए देते थे। रुपयों को लेकर नल्लूरी श्रीनिवास राव और कुछ आदिवासियों के बीच मतभेद चल रहा था। इसी वजह से माओवादी उसे अपने साथ ले गए और फिर उसकी हत्या कर दी। कुमार के अनुसार अभी और एंगल से जांच चल रही है।