आयुक्त महेश भागवत ने बताया कि हयातनगर में रहने वाले संजीवा रेड्डी की भूमि के नाम पर अज्ञात लोगों ने लोन जारी करवा लिया था । रेड्डी को पता लगने पर उसने मामले की पुलिस से शिकायत कर दी । पुलिस ने मामले की जांच करते हुए एर्रागड्डा में रहने वाले एम.श्रीनिवास रेड्डी (46), दिलसुखनगर के डीआरडीओ कर्मचारी के.गोपालकृष्णा (47), उप्पल के सेवानिवृत्त आरटीसी कर्मचारी एम.जॉन विनोद (73), उप्पल के मोहम्मद शफी (64), नचाराम के के.विश्वनाथम (53), जी. जगन राव (64), अम्बरपेट के के.वेंकटराम रेड्डी (36), हयातनगर में रहने वाले सेवानिवृत्त सब-रजिस्ट्रार जे.गंगा राम (63) व वी.अशोक (49) को गिरफ्तार कर लिया, जबकि 40 अन्य फरार हैं ।
उन्होंने बताया कि श्रीनिवास रेड्डी काफ़ी कुख्यात ठग है । उसके ख़िलाफ़ सीबीआई कोर्ट में भी मामला चल रहा है । उन्होंने बताया कि गिरोह के सदस्यों को लोन जारी करवाने की कार्यपद्धति के संबंध में अच्छी-खासी जानकारी थी । इसी का वे गलत फ़ायदा उठा रहे थे । आरोपियों के पास से स्टाम्प पेपर, सील, फ़र्ज़ी पहचान पत्र, गिफ्ट डीड इत्यादि सामग्री बरामद की गई है ।