इंटरमीडिएट परीक्षा के परिणामों में गड़बड़ी का विरोध कर रहे छात्रों के साथ एकजुटता व्यक्त करने टीबीआईई कार्यालय पहुंचे पूर्व विधायक प्रोफेसर के.नागेश्वर राव को भी गिरफ्तार किया गया। उन्होंने परीक्षा परिणामों में धांधली करने वालों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने की मांग की।
टीबीआईई कार्यालय के सामने कई पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था, जिसकी वजह से छात्र कार्यालय में प्रवेश नहीं कर पा रहे थे और अपनी शिकायत भी नहीं कर पा रहे थे। छात्रों को समझ नहीं आ रहा था की पुनर्मूल्यांकन के लिए कैसे आवेदन करें क्योंकि उन्हें कार्यालय के अंदर ही नहीं जाने दिया जा रहा था। छात्रों ने शिकायत की कि वे ऑनलाइन भी आवेदन नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि बोर्ड की वेबसाइट काम नहीं कर रही है।
बच्चों के अधिकार के लिए काम कर रहे बालला हक्कुला संघम नामक एक गैर सरकारी संघटन ने तेलंगाना उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया और सरकार से सभी उत्तर पुस्तिकाओं के पुन: मूल्यांकन का निर्देश देने की मांग की। इस संघटन ने परिणामों में हुई गड़बड़ियों की कड़ी जांच करने और अपनी जान गंवाने वाले छात्रों के परिजनों को मुआवजा देने की मांग की।
दूसरी तरफ तेलंगाना कांग्रेस के वरिष्ठ ने मो.शब्बीर अली ने बताया कि हाल ही में प्रकाशित इंटरमीडिएट के परीक्षा फल में हुई अनियमितताएं दुःख की बात है और इसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि इन धांधलियों के पीछे जरूर किसी मंत्री व आला अधिकारी का हाथ है। इसके परिणामस्वरूप परीक्षा के मार्क शीट्स में गड़बड़ी पायी गयी है। इसके मद्देनजर अली ने राज्य सरकार से मांग की कि इस धांधली में लिप्त मंत्री व पदाधिकारियों का तुरंत निलंबन किया जाना चाहिए। साथ ही शब्बीर अली ने कहा कि टीआरएस सरकार की इस गंभीर गलती अर्थात इंटरमीडिएट परीक्षा परिणामों में धांधली के कारण राज्य कई विद्यार्थियों ने जानें गँवा दी है। उन्होंने आगे कहा कि इस बारे में जिन विद्यार्थियों ने आत्महत्या कर जानें गंवाई है, उनके शोकाकुल माता-पिता को वे अपनी संवेदना प्रकट करते हैं और केसीआर सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ हमेशा जंग लड़ी जाएगी।