कवर्धा

CG के कवर्धा में 24 घंटे के भीतर 47 कोरोना संक्रमित, AIIMS ने जारी कर दी मरीजों की गलत सूची, भटकते रहे स्वास्थ्यकर्मी

24 घंटे के भीतर 47 कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की पहचान की गई। कबीरधाम पूरी तरह से कोरोना की चपेट में आ चुका है। (Coronavirus in Chhattisgarh)

कवर्धाJun 08, 2020 / 11:53 am

Dakshi Sahu

CG के कवर्धा में 24 घंटे के भीतर 47 कोरोना संक्रमित, AIIMS ने जारी कर दी मरीजों की गलत सूची, भटकते रहे स्वास्थ्यकर्मी

कवर्धा . जिसका डर था वह कोरोना बम आखिर कबीरधाम जिले में ब्लास्ट हो ही गया। 24 घंटे के भीतर 47 कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की पहचान की गई। कबीरधाम पूरी तरह से कोरोना की चपेट में आ चुका है। जिले में एक साथ ही शनिवार की रात को 42 कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान की गई। इसमें स्वास्थ्य विभाग का एक लैब टैक्निशियन और एक आरएमए भी चपेट में आ चुके हैं। वहीं रविवार की दोपहर व शाम को 5 कोरोना पॉजिटिव की पहचान हुई। इस तरह से 24 घंटे के भीतर ही जिले के विभिन्न क्वारंटाइन सेंटर में 47 कोरोना पॉजिटिव मिले। इसमें से 42 मरीजों को रविवार की दोपहर को 7 एंबुलेंस से रायपुर एम्स और राजनांदगांव के कोविड अस्पताल भेजा गया, जबकि जो 5 मरीज रविवार को मिले उन्हें रात तक राजनांदगांव रेफर किया गया। जिले से भेजे गए 400 से अधिक सैंपल के रिपोर्ट आने अभी बाकी है। (AIIMS Raipur)
63 एक्टिव केस
जिले में 3 जून से लगतार मरीज कोरोना संक्रमित मिल रहे हैं। पांच दिनों के भीतर ही 57 मरीजों की पहचान हो चुकी है। जबकि पिछले माह 3 से 29 मई तक 19 मरीज मिले थे। मतलब जिस रफ्तार से प्रवासी मजदूरों का आगमन हुआ उसी रफ्तार से कोरोना संक्रमितों की संख्या भी बढ़ती जा रही है। वहीं अब तक जिले में कुल मरीजों की संख्या की 76 हो चुकी है, जिसमें 13 लोग डिस्चार्ज हुए जबकि 63 एक्टिव केस हैं।
बोड़ला नगर में बड़ा खतरा
खतरा केवल क्वारंटाइन सेंटर में पॉजिटिव मरीज मिलने तक सीमित नहीं रहा। क्योंकि स्वास्थ्य विभाग का एक लैब टैक्निशियन और एक आरएमए भी चपेट में आ चुका है। ग्राम भलपहरी के क्वारंटाइन सेंटर में मिले दो प्रवासी मजदूर कोरोना पॉजिटिव मिले, संभवता इनकी जांच के दौरान ही लैब टैक्निशियन व आरएमए संक्रमण की चपेट में आ गए। यह दोनों ही बोड़ला ब्लॉक के गांव-गांव क्वारंटाइन सेंटर जाते थे। लोगों के सैंपल एकत्रित करते और स्वास्थ्य केंद्र में भी ग्रामीणों की जांच करते थे। आरएमए बैजलपुर स्वास्थ्य केंद्र में ड्यूटी देता है, जबकि लैब टैक्निशियन बोड़ला नगर के वार्ड क्रमांक 7 में किराए के मकान में रहता है। उक्त मकान मालिक का शूज और फलों की दुकान है। ऐसे में खतरा बहुत ही बढ़ चुका है।
गलत सूची जारी किए
रायपुर एम्स द्वारा रविवार को कबीरधाम के 12 मरीजों की पहचान होने की सूची जारी किया गया। लेकिन पता चला कि जो सूची जारी किया गया उसमें 10 नाम शनिवार को जारी सूची में शामिल थे उन्हें ही दोहरा दिया गया। इसमेंं केवल 2 नए मरीज है। इस त्रुटि के चलते जिला स्वास्थ्य विभाग के टीम का काम बढ़ा दिया गया। सभी 12 लोगों की सूची की पड़ताल किया गया। तब पता चला कि 10 नाम रिपीट किए गए।
तेजी से बदल रहे कंटेंनमेट जोन
तेजी से गांव-गांव कंटेनमेंट जोन में बदलते जा रहा है। 24 घंटे के भीतर जो 47 मरीज मिले उसमें सबसे अधिक ग्राम बिटकुली-केसली क्वारंटाइन सेंटर से 22 लोग है। वहीं ग्राम मोहभ_ा और गोरखपुर क्वारंटाइन सेंटर में 7-7 मरीज मिले। साथ ही बोड़ला नगर में एक, बैजलपुर में एक और ग्राम भलपहरी क्वारंटाइन सेंटर में दो प्रवासी मजदूर संक्रमित। इसके अलावा कवर्धा के बालक आश्रम क्वारंटाइन सेंटर में 4 मरीज की पहचान हुई। इन सभी सेंटर, गांव और वार्ड को कंटेनमेंट जोन बना दिया गया है। एरिया को सील कर आवागमन बंद दिया गया है। वहीं सुरक्षा के लिए पुलिस जवान तैनात किए जा चुके हैं।
संक्रमितों के संपर्क में आए मरीज
शनिवार व रविवार को जो संक्रमित मिले उसमें अधिक मरीज पूर्व में कोरोना पॉजिटिव के संपर्क में आने से संक्रमित हुए। मतलब क्वारंटाइन सेंटर से ही मरीज के साथ संपर्क में आने अन्य लोग भी संक्रमित हुए। यह एक तरह से क्वारंटाइन सेंटर में बरती जाने वाली लापरवाही का नतीजा है। क्योंकि अधिकतर क्वारंटाइन सेंटर में सुरक्षा को नजरअंदाज किया जाता है। बाहरी लोगों से मिल रहे हैं। सोशल डिस्टेंट और मास्क तो भूल ही जाए। कहीं पालन नहीं हो रहा है, जिसके कारण यह क्वारंटाइन सेंटर में फैल रहा है।
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