गौरतलब है कि नेहरू नगर चौक से मिनीमाता चौक तक जीई मार्ग को करीब 8 किलोमीटर तक चौड़ीकरण व सौंदर्यीकरण का कार्य किया जा रहा है। इसके लिए राज्य सरकार ने 68 करोड़ 16 लाख की मंजूरी दी है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अक्टूबर 2020 में काम के लिए भूमिपूजन किया था। इसके बाद दिसंबर में चौड़ीकरण का काम शुरू किया गया। इसके तहत सड़क के दोनों किनारों को चौड़ीकरण कर नए सिरे से डिवाइडर बनाया जा रहा है, लेकिन काम की रफ्तार इतनी धीमी है कि सवा साल में महज दो किलोमीटर भी चौड़ीकरण नहीं किया जा सका है। आधे-अधूरे काम के कारण आवाजाही करने वाले लोग पहले ही परेशान है।
तो फैल सकती है संक्रामक बीमारियां
पाइप लाइन के ऊपर ड्रेनेज बनाए जाने का खुलासा शनिवार को विधायक के निरीक्षण में हुआ। इस दौरान उन्होंने इस पर जमकर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि इससे पहले पीलिया और डायरिया जैसी संक्रामक बीमारियों की शिकायत पर ड्रेनेज से पाइप लाइन हटाया गया था। यदि ड्रेनेज सिस्टम बनाया गया तो फिर से संक्रामक बीमारियों का खतरा रहेगा।
पाइप लाइन के ऊपर ड्रेनेज बनाए जाने का खुलासा शनिवार को विधायक के निरीक्षण में हुआ। इस दौरान उन्होंने इस पर जमकर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि इससे पहले पीलिया और डायरिया जैसी संक्रामक बीमारियों की शिकायत पर ड्रेनेज से पाइप लाइन हटाया गया था। यदि ड्रेनेज सिस्टम बनाया गया तो फिर से संक्रामक बीमारियों का खतरा रहेगा।
आधा दर्जन लोगों की हुई थी मौत
इसी तरह पाइप लाइन के ऊपर निकासी नालियों के कारण गंदा पानी पहुंचने से दो साल पहले शहर के लोग पीलिया की त्रासदी झेल चुके हैं। तब पीलिया से करीब आधा दर्जन लोगों की मौत भी हो गई थी। इसके अलावा करीब दो दर्जन लोग प्रभावित हुए थे। इसके बाद नगर निगम ने अभियान चलाकर नालियों के भीतर लगे पाइप लाइन को हटवाया था।
इसी तरह पाइप लाइन के ऊपर निकासी नालियों के कारण गंदा पानी पहुंचने से दो साल पहले शहर के लोग पीलिया की त्रासदी झेल चुके हैं। तब पीलिया से करीब आधा दर्जन लोगों की मौत भी हो गई थी। इसके अलावा करीब दो दर्जन लोग प्रभावित हुए थे। इसके बाद नगर निगम ने अभियान चलाकर नालियों के भीतर लगे पाइप लाइन को हटवाया था।
सीएम से शिकायत तो ननि पर फोड़ा ठीकरा
जीई रोड के निर्माण में देरी पर एक दिन पहले विधायक के नेतृत्व में महापौर और उनके एमआईसी के सदस्यों ने सीएम भूपेश बघेल से शिकायत की थी। इसके बाद अब पीडबल्यूडी देरी के लिए नगर निगम और बिजली विभाग पर ठीकरा फोड़ रहा है। अफसर होर्डिंग्स और बिजली के खंभों की शिफ्टिंग नहीं होने के कारण देरी का हवाला दे रहे हैं।
जीई रोड के निर्माण में देरी पर एक दिन पहले विधायक के नेतृत्व में महापौर और उनके एमआईसी के सदस्यों ने सीएम भूपेश बघेल से शिकायत की थी। इसके बाद अब पीडबल्यूडी देरी के लिए नगर निगम और बिजली विभाग पर ठीकरा फोड़ रहा है। अफसर होर्डिंग्स और बिजली के खंभों की शिफ्टिंग नहीं होने के कारण देरी का हवाला दे रहे हैं।
अब छह माह में काम पूरा करने का दावा
इधर विधायक के निरीक्षण के बाद पीडब्ल्यूडी के ईई अशोक श्रीवास ने छह माह में सभी कार्य पूर्ण कर लेने का भरोसा दिलाया है। उन्होंने कहा कि सड़क चौड़ीकरण के साथ सौंदर्यीकरण, गार्डन और दूसरे सभी निर्माण छह माह में पूर्ण कर लिए जाएंगे। अरुण वोरा विधायक दुर्ग ने बताया कि मुख्यमंत्री को जीई रोड के चौड़ीकरण में लेतलतीफी की जानकारी दी गई है। उन्होंने इसे गंभीरता से लिया है। काम शुरू करने से पहले पूरी प्लानिंग की जानी चाहिए थी। ऐसा नहीं किए जाने के कारण परेशानी हो रही है। अब बिना काम रोके निर्माण पूरा करने कहा गया है। अशोक श्रीवास ईई पीडब्ल्यूडी ने कहा कि फिल्टर प्लांट के सामने गार्डन का निर्माण तत्काल शुरू किया जाएगा। ड्रेनेज सिस्टम, सड़क चौड़ीकरण कार्य और चौक-चौराहों के सौंदर्यीकरण का कार्य भी तेजी से पूरा कराया जाएगा। अगले 6 माह में सभी कार्य पूरे कर लिए जाएंगे।
इधर विधायक के निरीक्षण के बाद पीडब्ल्यूडी के ईई अशोक श्रीवास ने छह माह में सभी कार्य पूर्ण कर लेने का भरोसा दिलाया है। उन्होंने कहा कि सड़क चौड़ीकरण के साथ सौंदर्यीकरण, गार्डन और दूसरे सभी निर्माण छह माह में पूर्ण कर लिए जाएंगे। अरुण वोरा विधायक दुर्ग ने बताया कि मुख्यमंत्री को जीई रोड के चौड़ीकरण में लेतलतीफी की जानकारी दी गई है। उन्होंने इसे गंभीरता से लिया है। काम शुरू करने से पहले पूरी प्लानिंग की जानी चाहिए थी। ऐसा नहीं किए जाने के कारण परेशानी हो रही है। अब बिना काम रोके निर्माण पूरा करने कहा गया है। अशोक श्रीवास ईई पीडब्ल्यूडी ने कहा कि फिल्टर प्लांट के सामने गार्डन का निर्माण तत्काल शुरू किया जाएगा। ड्रेनेज सिस्टम, सड़क चौड़ीकरण कार्य और चौक-चौराहों के सौंदर्यीकरण का कार्य भी तेजी से पूरा कराया जाएगा। अगले 6 माह में सभी कार्य पूरे कर लिए जाएंगे।