कंपनी नियम से दिया जा रहा रोजगार : आलोक गुप्ता
Published: Mar 28, 2022 08:03:44 pm
एनटीपीसी लारा में आयोजित की गई थी प्रेसवार्ताकहा प्रभावित क्षेत्रों में किए जा रहे विकास कार्यबिजली उत्पादन में बाधा नहीं बनेगा कोयला
कंपनी नियम से दिया जा रहा रोजगार : आलोक गुप्ता
रायगढ़. एनटीपीपीसी में बिजली उत्पान में कोयला की कमी नहीं होगी। मौजूदा समय में कोयला का स्टाक है और आने वाले दिनों में तिलाईपाली से भी कोयला की आपूर्ति होगी। एनटीपीसी लारा बिजली उत्पादन के साथ सामाजिक सरोकार के काम भी बेहतर ढंग से कर रहा है। यह कहना है कि एनटीपीसी लारा के कार्यकारी निर्देशक आलोक गुप्ता का। सोमवार को एनटीपीसी में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान उन्होंने यह बात कही। प्रेसवार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि बिजली उत्पादन के मामले में लारा प्लांट काफी आगे है। 16 सौ मेगावाट बिजली उत्पादन क्षमता के प्लांट में फिलहाल लगभग 80 प्रतिशत उत्पादन हो रहा है। इसे भविष्य में और सुधारा जाएगा। कोयला संकट पर उन्होंने कहा कि एनटीपीसी लारा के उत्पादन पर कोयला की कमी कही आड़े नहीं आ रहा है। वर्तमान में 4 लाख टन कोयले का स्टॉक है। इसके अलावा एमसीएल से भी कोयला ले रहे हैं। साथ ही एनटीपीसी की स्वयं की तिलाईपाली खदान से भी कोयला की आपूर्ति जल्द शुरू हो जाएगी। आलोक गुप्ता ने बताया कि एनटीपीसी लारा में उत्पादन होने वाली 50 प्रतिशत बिजली हम छत्तीसगढ़ को दे रहे हैं। इसके अलावा महाराष्ट्र, गुजरात, गोवा इत्यादि राज्यों को भी बिजली की सप्लाई कर रहे हैं। इसके अलावा उनका कहना था कि प्रभावित होने वाले गांवों में सड़क, शुद्ध पेयजल की व्यवस्था के साथ शिक्षा व स्वास्थ्य पर भी प्रशासन व स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ मिल कर काम किया जा रहा है।
प्रभावित गांवों में कराए जा रहे विकास कार्य
प्लांट के कार्यकारी निर्देशक आलोक गुप्ता ने बताया कि शासन व प्रशासन के साथ मिल कर प्रभावित गांवों में शिक्षा, स्वास्थ्य व अधोसरंचना के लिए भी कंपनी बेहतर काम कर रही है। उन्होंने बताया कि प्रभावित गांवों में तालाबों में पचरी निर्माण, सड़क, पेयजल सुविधा के लिए टंकी निर्माण कराया जा रहा है। इसके साथ मेडिकल वैन के जरिये गांवों में स्वास्थ्य शिविर लगवाया जा रहा है। प्रेसवार्ता के दौरान एनटीपीसी कंपनी के श्याम सुंदर मुरली, संतोष झा, विष्णु साहू सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
प्रभावितों को दी गई है नौकरी
कार्यकारी निर्देशक आलोक गुप्ता ने बताया कि उच्च तकनीक से संचालित पावर प्लांट में यू तो ज्यादा लोगो की आवश्यकता नहीं है। लिहाजा सीधे कंपनी में नौकरी नही होने के कारण फिलहाल विभिन्न एजेंसियों के माध्यम से रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है। वही छत्तीसगढ़ शासन से हुए एग्रीमेंट के अनुसार 79 लोगों को सीधे कंपनी में नौकरी दिया है। इसमें अब तक 55 लोगो को नौकरी दी जा चुकी है।