मामले में पुलिस ने करीब एक साल बाद रोहित यादव पिता दिलीप ङ्क्षसह यादव निवासी रसोमा चौराहा की शिकायत पर रामप्रसाद चौधरी निवासी अंधेरी वेस्ट मुम्बई के खिलाफ केस दर्ज किया है। रोहित का शहर में फिल्मिस्तान पिक्चर नाम से प्रोडक्शन हॉउस है। प्रोडक्शन में काम करने वाले मुकेश और आशुतोष ने रोहित का संपर्क शिवानंदी इंटरटेनमेंट के माकेर्टिंग हेड रामप्रसाद चौधरी से करवाया। रामप्रसाद इंदौर आया और यहां दोनों के बीच एक सीरियल को लेकर एग्रीमेंट हुआ। एंग्रीमेंट में तय हुआ कि रोहित अपने प्रोडक्शन हॉउस में एक दूजे की परछाई नाम के सीरियल की शूट करेगा। सीरियल लांच होने के 90 दिनों बाद रामप्रसाद उसकी कीमत दे देगा। छह लाख रुपए भी एडवांस के तौर पर रोहित को दे दिए। 252 एपिसोड बनाकर देने थे। एक एपिसोड में करीब दो लाख पच्चीस हजार खर्च कर 50 एपिसोड करीब एक करोड़ 12 लाख रुपए में तैयार किए। आरोपी ने तैयार सीरियल का वीडियो और उसके प्रसारण राइटस भी ले लिए।
फोन उठाना किया बंद, ऑफिस मिला खाली
90 दिनों बाद जब रोहित ने रामप्रसाद से संपर्क करना चाहा तो उसने फोन उठाना बंद कर दिया। इसके चलते रोहित उसके अंधेरी स्थित ऑफिस पर गए। वहां पता चला कि कुछ दिन पहले ही आरोपी दफ्तर खाली करके चले गया। मामले में जब रोहित को ठगी का अहसास हुआ तो पुलिस की शरण ली। पुलिस ने भी सुनवाई नहीं की। फरियादी अधिकारियों के चक्कर काटता रहा लेकिन कहीं भी सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद कल रात को मामले में डीसीपी संपत उपाध्याय के कहने पर विजयनगर थाना में केस दर्ज किया गया।