फरियादी प्रदीप कुमार सांगवान निवासी सिंगापुर टाउनशिप का देवास नाका पर शिव शक्ति ट्रांसपोर्ट है। प्रदीप ने बताया कि वह अधिकांश समय बाहर रहता है। ऐसे में उसने अपने यहां काम करने वाले राजस्थान के नरेश कुमार पिता मोहनसिंह पंघाल को जिम्मेदारी सौंप रखी थी। पैसों का लेनदेन सहित सभी काम नरेश ही संभालता था।
बहुत विश्वासपात्र था हमारा
प्रदीप ने पुलिस को बताया कि नरेश के ऊपर उसे अति विश्वास था। पुराना कर्मचारी होने की वजह से उसने बैंक खाते में नरेश का फोन नंबर लिंक करवा रखा था। पैसों के लेनदेन की सभी जानकारी और अधिकार उसके पास थे। प्रदीप ने नरेश पर आरोप लगाया है कि फरवरी २०१८ से दिसंबर २०१८ तक नरेश ने अलग- अलग माध्यम से ९७ लाख ८१ हजार रुपए अकाउंट से निकाल लिए। प्रदीप ने बताया कि हम हर साल दिसंबर में पूरे साल का हिसाब करते हैं। नरेश जब नौकरी छोड़ गया तो उन्हें शक हुआ। उसने अपना मोबाइल भी बंद कर लिया और जब हिसाब मिलाया तो ९७ लाख ८१ हजार रुपए की गड़बड़ सामने आई।
साइन किए चार चेक भी ले गया
प्रदीप ने बताया कि नरेश के पास सभी हिसाब व खाते के अधिकार थे। उसको मैंने खाली चेक साइन कर दे रखे थे। वह मेरे चार चेक भी जिन पर हस्ताक्षर किए हुए थे, ले गया। पुलिस ने मामले में आरोपित के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने प्रदीप की शिकायत पर आरोपित के खिलाफ अमानत में खयानत का प्रकरण दर्ज किया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि उसके पकड़ाने के बाद और हकीकत सामने आएगी कि मामले में सही क्या है। इधर प्रदीप ने बैंक में आवेदन देकर चेक नंबर के आधार पर पेमेंट स्टॉप करवा दिया है ताकि वह उक्त चेकों का इस्तेमाल नहंीं कर पाए।