scriptखजराना में 15 एकड़ जमीन रिकॉर्ड से गायब, मद्दा ने दबाई त्रिशला की जमीन | 15 acres of land missing from records in Khajrana, Madda pressed Trish | Patrika News

खजराना में 15 एकड़ जमीन रिकॉर्ड से गायब, मद्दा ने दबाई त्रिशला की जमीन

locationइंदौरPublished: May 18, 2023 06:16:19 pm

Submitted by:

Mohammad rafik

मद्दा के ही संस्था अध्यक्ष रहते किया गया था अनुबंध
 

खजराना में 15 एकड़ जमीन रिकॉर्ड से गायब, मद्दा ने दबाई त्रिशला की जमीन

खजराना में 15 एकड़ जमीन रिकॉर्ड से गायब, मद्दा ने दबाई त्रिशला की जमीन

इंदौर. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इंदौर में छापे के दौरान सुरेंद्र संघवी और प्रतीक संघवी (पिता-पुत्र) के साथ दिलीप सिसौदिया उर्फ दीपक जैन उर्फ दीपक मद्दा के ठिकानों पर सर्च की थी। ईडी ने जिस त्रिशला गृह निर्माण संस्था में पैसों की हेराफेरी के चलते सर्चिंग की थी, उसमें दस्तावेजों से स्पष्ट है कि मद्दा ने जमकर गड़बड़ी की है। संस्था ने वर्ष 2007 और 2008 में 15 एकड़ जमीन खरीदी थी, लेकिन इस जमीन का रिकॉर्ड संस्था में नहीं है।
त्रिशला गृह निर्माण संस्था का 2008-09 में सहकारिता विभाग के अधिकारी राजेंद्रसिंह ठाकुर ने ऑडिट किया था। ऑडिट रिपोर्ट में संस्था के पास पिपल्याहाना में महज 25.23 एकड़ जमीन दर्ज है। वर्ष 2012-13 के ऑडिट नोट में संस्था के पास पिपल्याहाना में 45.28 एकड़ जमीन बताई गई थी।दोनों ऑडिट नोट में खजराना में जमीन का उल्लेख नहीं है। जमीन खरीदी के प्रपत्र में भी खजराना की जमीन खरीदी संबंधी दस्तावेज नहीं हैं। जबकि, 18 मार्च 2011 को एक अनुबंध त्रिशला गृह निर्माण सहकारी संस्था और ग्लोरिशाइन डेवलपर्स एंड कंस्ट्रक्शन प्रा. लिमिटेड, मुंबई के बीच हुआ था। इस अनुबंध में संस्था की ओर से दिलीप सिसौदिया को अध्यक्ष बताया गया था, जबकि कंपनी की ओर से अतुल सुरेश खंडेलवाल ने बतौर डायरेक्टर हस्ताक्षर किए थे। ये अनुबंध खजराना की सर्वे नंबर 172, 172/2, 173 और 174/3 की 15 एकड़ (60702 वर्गमीटर) जमीन के लिए हुआ था। अनुबंध में दर्ज है कि ये जमीन 14 मार्च 2007 और 1 फरवरी 2008 को खरीदी गई थी। यदि संस्था ने इस जमीन को खरीदा था तो वर्ष 2008-09 के ऑडिट नोट और उसके बाद के सालों के ऑडिट में संस्था की जमीन का उल्लेख होना था, लेकिन किसी भी रिकॉर्ड में ये जमीन नहीं है।
मां-बेटे संचालक

त्रिशला गृह निर्माण संस्था में दीपक मद्दा ही नहीं, उनका पूरा परिवार सदस्य रहा है। दीपक के परिवार से सरोज आनंदीलाल, कमलेश आनंदीलाल, नीलेश आनंदीलाल, दिलीप सिसौदिया भी सदस्य हैं। इसके साथ ही मद्दा के खास नरसिंह गुप्ता के घर से भी रेखा गुप्ता, शीला गुप्ता, श्यामा गुप्ता, गोविंद गुप्ता, योगेश गुप्ता, जगदीश गुप्ता सदस्य हैं। संस्था में दीपक और उनकी मां सरोज संचालक मंडल में रहे हैं।
संस्था में गड़बडि़यों को लेकर पूर्व में हमने एफआइआर करवाई थी, यदि और भी गड़बड़ी है तो हम उस पर भी कार्रवाई करेंगे।

– एमएल गजभिए, उपायुक्त सहकारिता

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