must read :
VIDEO : सफाईकर्मी गए छुट्टी पर तो झाड़ू लेकर अफसर उतर गए सडक़ पर, साफ कर दिया शहर हीरा नगर पुलिस ने शक्ति सिंह पंवार (68) निवासी वीणा नगर की रिपोर्ट पर रोहित सिन्हा, कंचन सिन्हा, विक्रम त्रिपाठी, विवेक श्रीवास्तव, सुनील बत्रा, विजय मिश्रा, रेणुका शर्मा, सागर सिंह चौहान व राधिका मिश्रा के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। पंवार ने 2003 में कल्याण मिल से वीआरएस लिया था। उन्होंने बेटे के लिए एक पॉलिसी ली थी, जिसमें पांच साल तक पैसा भरने के बाद 2015 में सरेंडर कर दिया।
must read :
अवैध संबंध : दूसरी महिला पर ‘लट्टू’ हुआ पति, बीवी को देनी पड़ी अपनी जान कंपनी ने दो साल बाद पैसा देने की बात कही। पॉलिसी सरेंडर करने के तीन माह बाद उन्हें रोहित सिन्हा ने फोन कर बेटे का नाम, जन्मतिथि व पॉलिसी नंबर बताते हुए कहा कि बीमा कंपनी उन्हें पूरा पैसा नहीं दे रही है तो वह उनकी मदद करेगा। सरेंडर पॉलिसी को चालू करने के नाम पर बीस हजार रुपए जमा कराए। बाद में पंवार को झांसे में लेकर कुछ पॉलिसियां करवाईं, फिर और पॉलिसी के लिए दबाव बनाने लगा।
must read :
मानसून फिर मेहरबान, अब तक 31 इंच बारिश, 2018 की कुल बारिश के बराबर पहुंचा आंकड़ा पॉलिसी नहीं कराने पर पहले ली गईं पॉलिसी लैप्स होने की बात कही गई। इस तरह करीब 18 लाख रुपए की 28 पॉलिसी पंवार के नाम पर की गईं। उन्हें बताया था कि इसमें एक बार ही पैसा जमा करना है, तीन साल बाद राशि डबल होकर मिलेगी।
must read :
‘अरुण जेटली को पार्टी ने दिया था लोकसभा का टिकट, उम्र आठ महीने कम निकली’ फर्जी पॉलिसी बनाकर लेते रहे पैसा 2018 में जब पॉलिसी मैच्योर होने का समय आया तो पंवार ने पैसा वापस मांगा। इसके बाद टालमटोली की जाने लगी। कुछ दिन में पैसा बैंक में जमा होने का भरोसा दिलाया। बाद में फोन बंद कर लिए। शंका होने पर सभी पॉलिसी की जांच कराई तो वे फर्जी निकलीं। पुलिस अब मोबाइल नंबर की कॉल डिटेल के साथ जिन खातों में पैसा जमा हुआ, उसकी जानकारी निकाल रही है।