scriptआंधी से 2122 पोल गिरे, निर्बाध सप्लाय के लिए 3200 कर्मचारियों ने रातभर किया काम | 2,822 poles from the storm fell, 3200 workers worked | Patrika News

आंधी से 2122 पोल गिरे, निर्बाध सप्लाय के लिए 3200 कर्मचारियों ने रातभर किया काम

locationइंदौरPublished: Apr 18, 2019 04:08:37 pm

एमडी के निरीक्षण के बाद अधिकारियों ने पकड़ा मैदान

इंदौर. मंगलवार को आंधी के कारण कंपनी क्षेत्र के कई शहरों में बिजली गुल होने के बाद कंपनी के प्रबंध निदेशक ने रात में निरीक्षण पर निकलने के बाद अधिकारियों ने भी मैदान पकड़ा। कंपनी क्षेत्र के 3200 कर्मचारियों ने रात में काम कर विद्युत प्रदाय शुरू कर दिया था। कंपनी क्षेत्र में आंधी से गिरे 2122 पोल को वापस खड़ा करने के साथ ही विद्युत प्रदाय सुचारू किया। मुख्यमंत्री के द्वारा लोकसभा चुनाव में बिजली की कटौती और विद्युत प्रदाय लगातार प्रभावित होने पर नाराजगी जाहिर करने के बाद अब बिजली कंपनी के अधिकारी भी नींद के जाग गए हैं। पहली बार बिजली कंपनी के अधिकारियों ने मौसम बदलने और आंधी के चलते कई शहरों में सैकड़ों कालोनियों में अंधेरा छाने के बाद प्रबंध निदेशक खुद वस्तुस्थिति जानने के लिए ग्रिड का निरीक्षण करने निकले। उसके बाद तो बिजली कंपनी के अधिकारियों के अमले को मैदान पकडऩे के लिए मजबूर होना पड़ा। मप्र पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध निदेशक विकास नरवाल ने बताया मंगलवार को तेज हवा और आंधी के कारण कंपनी के संसाधनों को काफी क्षति हुई। इंदौर सहित 15 जिले के 20 प्रतिशत 11 केवी फीडर दो घंटे तक बंद रहे। इंदौर शहर के 29 फीडरों को अमले ने एक घंटे और 8 फीडरों को 2 घंटे में पुन: बहाल किया। जब तक जनता कांग्रेस सरकार और बिजली कंपनी को कोसती रही। बड़वानी के 204, खरगोन के 285, धार के 113, उज्जैन के 155, देवास के 153, रतलाम के 267, मंदसौर के 210 फीडर की सप्लाई प्रभावित हुई थी। विद्युत प्रदाय व्यवस्था सूचारू करने में अधिकारियों को लगभग दो घंटे का समय लगा। कुल 500 स्थानों पर पेड़ या उनकी बड़ी शाखाएं टूटने से पोल को नुकसान हुआ। एक दर्जन स्थानों पर खेतों के पास लगे ट्रांसफार्मर के पोल उखड़ गए। शिकायतों का अंबार ऐसा लगा की कॉल सेंटर की व्यवस्थाएं तक चरमरा गई।
एसी से निकल फील्ड में पहुंचे अधिकारी
कंपनी के प्रबंध निदेशक के निर्देश पर सीजीएम मनोज पुष्प, डायरेक्टर मनोज झंवर, गजरा मेहता, संजय मोहासे समेत 10 वरिष्ठ अधिकारी 15 जिलों के दौरे पर पहुंचे। प्रबंध निदेशक ने भी खरगोन व इंदौर शहर के नौलखा सब स्टेशनों का निरीक्षण किया। प्रबंध निदेशक विकास नरवाल ने मंगलवार रात निरीक्षण किया था।
अब रात में होगा औचक निरीक्षण
– आंधी के कारण शहर में बिजली सप्लाय बंद होने पर 35 टीम पूरे क्षेत्र में रातभर जुटी रही। ग्रीड पर अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं। अब रात में अधिकारी औचक निरीक्षण भी करेंगे। एचटी के सात ही अब झोन पर भी समानांतर टीम तैनात की गई है। उनकी जिम्मेदारी तय की गई है। जिससे उपभोक्ताओं को शीघ्र विद्युत सप्लाय मिल सकें।
सुब्रतो राय, अधीक्षण यंत्री
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