चोरियों पर लगाम नहीं, रिकवरी भी नहीं बढ़ी
पुलिस के आंकडों से साफ है कि पिछले साल के मुकाबले इस साल सिर्फ लूट के मामलों में ही कमी आई है। पहले पुलिस ने वाहन चोरी पर लगाम कसी थी लेकिन फिर मामले बढ़ गए। हालांंकि पिछले साल की स्थिति ही बनी हुई है। घरों मेें चोरी व अन्य साधारण चोरी के मामले भी बढे है। अभी भी चोरी के मामलों में रिकवरी रेट करीब 60 प्रतिशत ही है, यह भी बढ़ नहीं पा रहा है। बलात्कार व अपहरण के मामलों में भी है।
पुलिस के आंकडों से साफ है कि पिछले साल के मुकाबले इस साल सिर्फ लूट के मामलों में ही कमी आई है। पहले पुलिस ने वाहन चोरी पर लगाम कसी थी लेकिन फिर मामले बढ़ गए। हालांंकि पिछले साल की स्थिति ही बनी हुई है। घरों मेें चोरी व अन्य साधारण चोरी के मामले भी बढे है। अभी भी चोरी के मामलों में रिकवरी रेट करीब 60 प्रतिशत ही है, यह भी बढ़ नहीं पा रहा है। बलात्कार व अपहरण के मामलों में भी है।
१ जनवरी से 15 मई तक के अपराध की स्थिति
वर्ग 2020 2021 2022
हत्या 10 16 25
लूट 12 22 11
चेन स्नेचिंंग 2 8 13
घरों में चोरी 158 187 209
साधारण चोरी 124 200 243
वाहन चोरी 871 1216 1217
बलात्कार 81 118 135
अपहरण 165 252 267
वर्ग 2020 2021 2022
हत्या 10 16 25
लूट 12 22 11
चेन स्नेचिंंग 2 8 13
घरों में चोरी 158 187 209
साधारण चोरी 124 200 243
वाहन चोरी 871 1216 1217
बलात्कार 81 118 135
अपहरण 165 252 267
आदतन अपराधियों पर सख्ती की कवायद
नगर निगम चुनाव नजदीक होने से पुलिस अब आदतन अपराधियों पर सख्ती की कवायद में लगी है। पांच महीने में पुलिस ने अलग अलग धाराओं में 17 हजार लोगों को बाउंड ओवर किया है। पुलिस उन बदमाशों पर धारा 110 के तहत प्रतिबंंधात्मक कार्रवाई करती है जिन पर दो अथवा दो से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज है। ज्यादा आपराधिक मामले वाले को इस धारा में जेल भेजने का भी प्रावधान है। पिछले साल जहां 2892 पर धारा 110 लगी थी वहीं इस साल 3490 कार्रवाई हो चुकी है। हालांकि रासुका के मामले कम हुए है। पुलिस कमिश्नर हरिनारायणाचारी मिश्र का कहना है, हर दिन अपराध की समीक्षा हो रही है। जिम्मेदारों की भूमिका तय की जा रही है जिसका असर जल्द नजर आएगा। अपराध की रोकथाम के पुलिस कडे प्रयासों में लगी है।
नगर निगम चुनाव नजदीक होने से पुलिस अब आदतन अपराधियों पर सख्ती की कवायद में लगी है। पांच महीने में पुलिस ने अलग अलग धाराओं में 17 हजार लोगों को बाउंड ओवर किया है। पुलिस उन बदमाशों पर धारा 110 के तहत प्रतिबंंधात्मक कार्रवाई करती है जिन पर दो अथवा दो से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज है। ज्यादा आपराधिक मामले वाले को इस धारा में जेल भेजने का भी प्रावधान है। पिछले साल जहां 2892 पर धारा 110 लगी थी वहीं इस साल 3490 कार्रवाई हो चुकी है। हालांकि रासुका के मामले कम हुए है। पुलिस कमिश्नर हरिनारायणाचारी मिश्र का कहना है, हर दिन अपराध की समीक्षा हो रही है। जिम्मेदारों की भूमिका तय की जा रही है जिसका असर जल्द नजर आएगा। अपराध की रोकथाम के पुलिस कडे प्रयासों में लगी है।