कोरोना संक्रमण की जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग का अमला कितना गंभीर है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है, संक्रमितों के परिजन के भी सैंपल नहीं लिए जा रहे। शहर में कोरोना संक्रमित मरीजों की घटती संख्या के बीच लापरवाही का दौर भी शुरू हो चुका है। जांच के लिए लैब में आने वाले सैंपलों की संख्या लगातार कम हो रही है लेकिन सरकारी लैब में जांच करवाने वाले लोगों की जांच रिपोर्ट दो से तीन दिन में मिल रही है। वहीं निजी लैब में जांच करवाने पर 24 घंटे के भीतर ही जांच रिपोर्ट दी जा रही है। जिन मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है, उनके परिजन के सैंपल भी जांच के लिए नहीं लिए जा रहे हैं।