सौरभ की दवा बाजार में श्रीराम फार्मा नाम से 8-9 साल से दुकान है। छह महीने पहले उसने दवा बाजार के व्यापारियों से यह कहकर बड़ी मात्रा में दवाई लेना शुरू किया कि उसे सरकारी टेंडर मिला है। शुरुआत में व्यापारियों को पेमेंट भी करता रहा। 30 मार्च को अचानक दुकान बंद कर गायब हो गया। व्यापारियों ने उससे संपर्क की कोशिश की तो मोबाइल बंद मिला। सौरभ ने अरविंद पाटीदार, आशीष पंचोली, संजय कस्तूरी, अजय गंगवानी, शीतल सोनी, राकेश, अजय पाटीदार, मनीष खंडेलवाल, महेश पाटीदार सहित 30 व्यापारियों से ठगी की।
नारकोटिक्स मामले में भी फरार है गुप्ता संयोगितागंज पुलिस ने कार्रवाई नहीं की तो व्यापारी एसएसपी रुचिवर्धन मिश्र से मिले। उनके निर्देश के बाद केस दर्ज किया गया। एएसआई अमरजीत सिंह राठौर ने बताया, सौरभ पर नारकोटिक्स ने भी केस दर्ज किया था, जिसमें वह फरार है। सौरभ का परिवार खिलचीपुर में रहता है। उसके पिता दवा व्यापारी हैं। सौरभ के गायब होने पर पिता से संपर्क किया तो उन्होंने वास्ता होने से ही इनकार कर दिया। व्यापारियों के फोन पर उन्होंने व्यापारियों की पुलिस को शिकायत कर दी।