----------
कुछ समय किया पुताई का काम आरोपी बीए पास है। पहले उसने पुताई का भी काम किया। इस दौरान शिवा ने उसे ऑनलाइन फ्रॉड का तरीका बताया। आरोपी बीएसएनएल के मोबाइल नंबरों पर बल्क में बैंक के नाम से केवायसी अपडेट का मैसेज करता था। लोगों को झांसा देते थे कि बैंक खाता बंद होने वाला है, केवायसी अपडेट के लिए नंबर पर संपर्क करें। प्रोफेसर ने मैसेज के आधार पर संपर्क किया। ठग ने बैंक अधिकारी बनकर पहले केवायसी अपडेट के नाम पर ओटीपी लेकर ऑनलाइन बैकिंग की सुविधा ली। फिर उसमें रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर बदलकर अपने नंबर डाल लिए और बैंक की ऐप्लीकेशन डाउनलोड कर ली। प्रोफेसर भी लगातार ओटीपी देती रहीं। ऐप्लीकेशन में उनके 3 लिंक खाते व करीब 40 लाख की एफडी थी। आरोपी ने बैंक खातों से राशि ई-वॉलेट में ट्रांसफर कर ली। चूंकि मोबाइल नंबर बदल चुके थे, इसलिए प्रोफेसर को मैसेज नहीं आया। बाद में ऐप्लीकेशन की मदद से 40 लाख की एफडी पर 24 लाख का लोन ले लिया। लोन की राशि उनके दो बैंक खातों में जमा हुई, इसे भी आरोपी ने ई-वॉलेट में ट्रांसफर कर लिया। आरोपी से 4 सिम, दो मोबाइल व साढ़े 3 लाख रुपए जब्त हुए हैं।
----------
कुछ समय किया पुताई का काम आरोपी बीए पास है। पहले उसने पुताई का भी काम किया। इस दौरान शिवा ने उसे ऑनलाइन फ्रॉड का तरीका बताया। आरोपी बीएसएनएल के मोबाइल नंबरों पर बल्क में बैंक के नाम से केवायसी अपडेट का मैसेज करता था। लोगों को झांसा देते थे कि बैंक खाता बंद होने वाला है, केवायसी अपडेट के लिए नंबर पर संपर्क करें। प्रोफेसर ने मैसेज के आधार पर संपर्क किया। ठग ने बैंक अधिकारी बनकर पहले केवायसी अपडेट के नाम पर ओटीपी लेकर ऑनलाइन बैकिंग की सुविधा ली। फिर उसमें रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर बदलकर अपने नंबर डाल लिए और बैंक की ऐप्लीकेशन डाउनलोड कर ली। प्रोफेसर भी लगातार ओटीपी देती रहीं। ऐप्लीकेशन में उनके 3 लिंक खाते व करीब 40 लाख की एफडी थी। आरोपी ने बैंक खातों से राशि ई-वॉलेट में ट्रांसफर कर ली। चूंकि मोबाइल नंबर बदल चुके थे, इसलिए प्रोफेसर को मैसेज नहीं आया। बाद में ऐप्लीकेशन की मदद से 40 लाख की एफडी पर 24 लाख का लोन ले लिया। लोन की राशि उनके दो बैंक खातों में जमा हुई, इसे भी आरोपी ने ई-वॉलेट में ट्रांसफर कर लिया। आरोपी से 4 सिम, दो मोबाइल व साढ़े 3 लाख रुपए जब्त हुए हैं।
----------
8 हजार में फर्जी बैंक खाता, 2 हजार मेें फर्जी सिम
एसपी के मुताबिक, आरोपी ऑनलाइन ठगी के लिए फर्जी नाम से खोले गए बैंक खातों व मोबाइल सिम का इस्तेमाल करता था। उसे 8 हजार में फर्जी नाम से बैंक खाता और 2 हजार में फर्जी नाम से मोबाइल सिम मिल जाती थी। आरोपी का गांव धोखाधड़ी के लिए कुख्यात जामतारा से करीब 50 किलोमीटर दूर है। आरोपी का कहना है कि उनके गांव में बड़ी संख्या में युवा ऑनलाइन धोखाधड़ी कर रहे हैं।
एसपी के मुताबिक, आरोपी ऑनलाइन ठगी के लिए फर्जी नाम से खोले गए बैंक खातों व मोबाइल सिम का इस्तेमाल करता था। उसे 8 हजार में फर्जी नाम से बैंक खाता और 2 हजार में फर्जी नाम से मोबाइल सिम मिल जाती थी। आरोपी का गांव धोखाधड़ी के लिए कुख्यात जामतारा से करीब 50 किलोमीटर दूर है। आरोपी का कहना है कि उनके गांव में बड़ी संख्या में युवा ऑनलाइन धोखाधड़ी कर रहे हैं।