जीआरपी टीआई गायत्री आनंद के मुताबिक सतना में रहने वाला परिवार सोमवार को शहर में शादी समारोह में शामिल होने पहुंचा था। सभी मालवा एक्सप्रेस से रेलवे स्टेशन पर पहुंचे। परिवार सामान ले जाने के चक्कर में अपनी चार वर्ष के मासूम को ही भूल गया। परिजन के चले जाने के बाद से ही बच्चा रोने लगा। उसकी आवाज सुन पुलिसकर्मी मदद के लिए पहुंचे। बाद में एक पुलिसकर्मी के पास बच्चे के परिजन ने फोन किया। परिजन ने सामान रखने के चक्कर में बच्चे को नहीं ले जाने की बात बताई और बच्चे को सुरक्षित उन्हें सौंपा।