इंदौर शहर का विस्तार अब राऊ से मांगलिया बायपास के आगे भी हो गया है। बड़ी-बड़ी टाउनशिप विकसित हो गई है, जिसमें हजारों की संख्या में लोग निवास कर रहे हैं। उनका भी नियमित शहर में आना जाना रहता है। इसके अलावा शहर से बाहर वाले वाहनों का शहर में प्रवेश करने से भी बायपास पर रोज यातायात बिगड़ जाता है। आए दिन दुर्घटनाएं भी होती रहती हैं। इन्हीं समस्याओं से निजात पाने के लिए लंबे समय से फ्लॉयओवर बनाने की मांग हो रही थी।
इसको लेकर सांसद शंकर लालवानी लगातार प्रयास कर रहे थे। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के इंदौर आने के बाद इस योजना को अमलीजामा पहनाया जा सका। 16 सितंबर 2021 को गडकरी ने ब्रिलियंट कंवेंशन सेंटर में कई योजनाओं का लोकार्पण व भूमिपूजन किया था। उस दौरान लालवानी ने बायपास पर फ्लॉयओवर बनाने की मांग की थी जिस पर गडकरी ने भी हरी झंडी दे दी थी। अपना वादा निभाते हुए गडकरी ने पांच फ्लॉयओवर को मंजूरी दी, जिसको बनाए जाने के लिए दो दिन पहले टेंडर भी जारी कर दिए गए।
200 करोड़ की लागत में ये ब्रिज बनाए जाएंगे। चौंकाने वाली बात ये है कि ये सारे ब्रिज उन जगहों पर बनाए जाएंगे जहां सबसे ज्यादा वाहनों की क्रॉसिंग होती है या हॉट स्पॉट हैं। बकायदा विभाग के इंजीनियरों से सर्वे कर स्थान तय किया गया। बड़ी बात ये है कि बेस्ट प्राइज से झालारिया में बनने वाला ओवर ब्रिज थ्री लेयर होगा जो मध्यप्रदेश में पहला एलीवेडेट फ्लायर ओवर ब्रिज होगा।
2024 तक होंगे पूरे इंदौर के इतिहास में ये भी पहली बार हो रहा है कि एक साथ पांच ब्रिज के टेंडर हुए और एक साथ निर्माण होगा। लालवानी के मुताबिक ठेकेदार कंपनी को 2024 तक सभी ब्रिजों को पूरा करना होगा। उस हिसाब से दो साल से कम समय में ये ब्रिज बनाकर तैयार किए जाएंगे।
35 हजार वाहनों का लोड सांसद लालवानी ने बताया कि इंदौर बायपास से करीब 35 हजार वाहन रोजाना गुजरते हैं लेकिन ओवरब्रिज ना होने की वजह से हमेशा हादसों का डर बना रहता है। इन फ्लाईओवर्स के बनने से बायपास से करीब रहने वाले हजारों लोगों को फायदा होगा और ईंधन एवं समय की भी बचत होगी।
यहां बनेंगे फ्लायओवर ब्रिज 1. क्षिप्रा और मांगल्या के बीच अर्जुनबरोदा गांव के पास
2. बेस्ट प्राइस से झलारिया के पास
3. लाभगंगा गार्डन (एमआर-10चोराहा)
4. रालामंडल चौराहे
5. राऊ सर्कल इस तरह हुआ स्थान का चयन
2. बेस्ट प्राइस से झलारिया के पास
3. लाभगंगा गार्डन (एमआर-10चोराहा)
4. रालामंडल चौराहे
5. राऊ सर्कल इस तरह हुआ स्थान का चयन
बेस्ट प्राइज
- देवास की ओर से आने वाले ट्रैफिक का दबाव।
- कई मैरेज गार्डन, स्कूल, देवास व इंदौर की कंपनियों में आने जाने वालों का दबाव।
- देवास की ओर से आने वालों को उल्टा आना पड़ता था।
- देवास की ओर से आने वाले ट्रैफिक का दबाव।
- कई मैरेज गार्डन, स्कूल, देवास व इंदौर की कंपनियों में आने जाने वालों का दबाव।
- देवास की ओर से आने वालों को उल्टा आना पड़ता था।
रालामंडल
- बायपास पर बीच में कट हैं जो हादसों का कारण हैं। अर्जुन बरोदा
- क्षेत्र में कई गोडाउन और वेयर हाउस हैं।
- शाम के समय भारी जाम की समस्या। राऊ सर्कल
- सर्कल पर 4 रोड का यातायात रहता है।
- बायपास, एबी रोड, आइआइएम, पीथमपुर, महू के लिए वाहनों का दबाव।
- शाम को जाम हो जाता है।
- बायपास पर बीच में कट हैं जो हादसों का कारण हैं। अर्जुन बरोदा
- क्षेत्र में कई गोडाउन और वेयर हाउस हैं।
- शाम के समय भारी जाम की समस्या। राऊ सर्कल
- सर्कल पर 4 रोड का यातायात रहता है।
- बायपास, एबी रोड, आइआइएम, पीथमपुर, महू के लिए वाहनों का दबाव।
- शाम को जाम हो जाता है।
लाभगंगा गार्डन व एमआर-10 चौराहा
- यातायात का अत्यधिक दबाव रहता है जिसके चलते हॉटस्पॉट बन गया है जहां हमेशा हादसों का भय बना रहता है।
- यातायात का अत्यधिक दबाव रहता है जिसके चलते हॉटस्पॉट बन गया है जहां हमेशा हादसों का भय बना रहता है।