must read : Heavy Rain : 25 अगस्त के बाद फिर बनेगा मजबूत सिस्टम, तूफानी बारिश के लिए रहें तैयार हीरानगर पुलिस ने पिछले दिनों मोबाइल फोन पर फर्जी आईएमईआई नंबर डालने वाली गैंग के जितेंद्र पिता मनीश्वर राजपूत मूल निवासी रीवा हाल मुकाम मरीमाता चौराहा, राजू पिता कप्तानसिंह सेंगर मूल निवासी भिंड हाल गौरीनगर, जयंत पिता अक्षय लाल पटेल मूल निवासी रीवा हाल मुकाम राजाराम नगर व भरत वासवानी निवासी अन्नपूर्णा को पकड़ा तो पता चला कि वे काफी समय से मोबाइल के आईएमईआई नंबर बदल रहे थे। आरोपी जितेंद्र राजपूत सॉफ्टवेयर इंजीनियर है और 200 रुपए लेकर विशेष सॉफ्टवेयर के जरिए मोबाइल के आईएमईआई नंबर बदल देता था। उसके संपर्क में जेल रोड व अन्नपूर्णा इलाके के 15 दुकानदार थे।
must read : राखी के बाद अब जाने वाली ट्रेनें-बसों में भीड़, इंदौर-पुणे एक्सप्रेस भी निरस्त पुलिस ने अब तक जब्त किए 285 मोबाइल टीआई राजीवसिंह भदौरिया ने बताया, आरोपी दुकानदार दूसरे राज्यों से चोरी व लूट के मोबाइल मंगवाते और यहां के चोरी के मोबाइल बेचने के लिए दूसरे राज्य भेजते थे। इन मोबाइल को जितेंद्र को दिया जाता और वह आईएमईआई नंबर बदल देता ताकि पकड़े न जाएं। जितेंद्र ने एक ही आईएमईआई नंबर करीब 50 मोबाइल नंबर में डाले जिसे आरोपी दुकानदारोंं ने बाद में बेच दिया। कुछ मोबाइल कंपनियां पुराने मोबाइल में डिफॉल्ट आईएमईआई नंबर डालती है, इसका फायदा उठाते हुए आरोपी ने आईएमईआई नंबर बदले। पुलिस अभी तक 285 मोबाइल जब्त कर चुकी है। साइबर सेल भी मोबाइल की जांच कर चुकी है। 15 दुकानदार फरार है, उनके खिलाफ ईनाम घोषित करने की तैयारी है।