शहर में पहले ही 42 इलेक्ट्रिक सिटी बसें आ चुकी हैं, लेकिन इनके लिए पर्याप्त चार्जिंग पाइंट नहीं होने से परमिट की प्रक्रिया भी शुरू नहीं हो पाई है। निगम अफसरों के लिए 16 इलेक्ट्रिक कारें भी आई हैं पर यहां भी चार्जिंग की समस्या होने से अफसरों को अभी अलॉट नहीं हो सकीं। शासन की मंशा है कि पर्यावरण संरक्षण के मद्देनजर लोक परिवहन के लिए पूरी तरह से इलेक्ट्रिक बसों पर ही निर्भर रहें।
19 घंटे से जल रही आग ऐसी है योजना
नगरीय प्रशासन विभाग के प्रमुख सचिव संजय दुबे ने बताया, पॉलिसी के तहत शहरों के लोक परिवहन में पूरी तरह से इलेक्ट्रिक बसों का इस्तेमाल होगा, ताकि प्रदूषण से बचा जा सके। निजी इलेक्ट्रिक वाहनों को भी प्रोत्साहित करने के लिए एनटीपीसी के साथ मिलकर शहर में पेट्रोल पंपों की तरह चार्जिंग स्टेशन बनाने की भी योजना है। यदि बैटरी चार्ज करने का किसी के पास टाइम नहीं है तो वह स्टेशन से अपनी गाड़ी की बैटरी में चार्ज बैटरी लगाकर जा सकेगा।
नगरीय प्रशासन विभाग के प्रमुख सचिव संजय दुबे ने बताया, पॉलिसी के तहत शहरों के लोक परिवहन में पूरी तरह से इलेक्ट्रिक बसों का इस्तेमाल होगा, ताकि प्रदूषण से बचा जा सके। निजी इलेक्ट्रिक वाहनों को भी प्रोत्साहित करने के लिए एनटीपीसी के साथ मिलकर शहर में पेट्रोल पंपों की तरह चार्जिंग स्टेशन बनाने की भी योजना है। यदि बैटरी चार्ज करने का किसी के पास टाइम नहीं है तो वह स्टेशन से अपनी गाड़ी की बैटरी में चार्ज बैटरी लगाकर जा सकेगा।